शिव अदभुत रूप बनाएshiv adhbhut roop bnaaye jab vyaah rachaane aaye
शिव अदभुत रूप बनाएshiv adhbhut roop bnaaye jab vyaah rachaane aaye शिव अदभुत रूप बनाए, जब ब्याह रचाने आए भुत बेताल थे, सब्ग में चंडाल थे, कैसी बारात सिव सजाए, जब ब्याह रचाने आए शिव अदभुत……… लंगड़े-लूले थे, अंधे-काणे भी थे, शुक्र-शनिचर को भी संग लाये, जब ब्याह रचाने आए शिव अदभुत…….. आए सब देवता, … Read more