भटक रहा है राहें आदमी आजा आजा महादेव bhatak raha hai rahe aadmi aaja aaja mahadev

भटक रहा है राहें आदमी आजा आजा महादेव bhatak raha hai rahe aadmi aaja aaja mahadev भटक रहा है राहे आदमी, भुला सब आदेश राह दिखाना आकर मुझको है देवो के देव आजा आजा महादेव,मेरे शिव गुरु महादेव दूषित हुई जब सृष्टि तेरी तो खुद में समाहित सृष्टि किया स्वक्ष धारा करने के कृत को … Read more