भंग का पिए प्यालाbhang ka piye pyaala

भंग का पिए प्यालाbhang ka piye pyaala भंग का पिए प्याला ओ मीठा माहदेव शंकर गले में है सर्प माला ओह मीठा महादेव शंकर, करते है नंदी की सवारी रास करे पर्वत में, तीनो लोको के है स्वामी वास है इनका जगत में, जपे गे तेरी माला ओह मीठा महादेव शंकर, गले में है सर्प … Read more