घोट के पी या छानी हुई पीghot ke pee yaa chaani hui pee

घोट के पी या छानी हुई पीghot ke pee yaa chaani hui pee घोट के पी या छानी हुई पी, या अपने भगतो के हाथो से तू पी, रे पी ले भोले तू पी ले भोले, बूटी ये प्रेम से बनाई है पर्वत केलाश से मंगवाई है, प्रेम से पी ले आजा तीनो लोको के … Read more