कुण तो लाया तुम्बडाkun to laya tumbda
कुण तो लाया तुम्बडाkun to laya tumbda संत समागम हरि कथा, तुलसी दुर्लभ दोय, सुत दारा और लक्ष्मी, पापी के भी घर होय। कुण तो लाया तूम्बड़ा, ने कुण तो नागर बेल, भाई भाई, कुण तो लाया तूम्बड़ा, ने कुण तो नागर बेल, कुण तो लाया रै संतो री अमर बेल, कुण तो लाया रे … Read more