कितना विष पी डालाkitna vish pee dala
कितना विष पी डालाkitna vish pee dala कितना विष पी डाला, भोले भाले सरकार, शीश पे गंगा फिर भी, तू मांगे जल की धार।। भूल गया क्या तेरा, रुतबा है न्यारा, देवों में सबसे ऊपर, नाम तुम्हारा, मांग तेरे भक्तो से, कोई अच्छा सा उपहार, शीश पे गंगा फिर भी, तू मांगे जल की धार। … Read more