द्वारे कावड़ उठा के जाना है dwaare kawad utha ke janaa hai lyrics

द्वारे कावड़ उठा के जाना है dwaare kawad utha ke janaa hai lyrics

सावन का महीना आया है द्वारे कावड़ उठा के जाना है,
भक्तो शिव जी के दर्शन को,
सावन का महीना आया है द्वारे कावड़ उठा के जाना है,

सावन में शिव जी खुश रहते सब भक्तो के दुखड़े दूर करते,
मौसम भी सूंदर लगता है भोले नाथ की पूजा होये भगतो,
सुन लो दिल से करना है,
सावन का महीना आया है द्वारे कावड़ उठा के जाना है,

देवो के देवा देव है ये सब के कष्टों को हर लेते है,
चारो तीर्थ और चारो धाम शिव जी के शरण में मिलते है,
ो भक्तो होगा कल्याण सबका,
गंगा के किनारे मंदिर में भक्तो जल भर के लाना है कावड़ियों को,
शुद्ध जल चढ़ाना है,

इनको सच्ची लग्न से पूजे कोई,
मन चाहा वर मिल जाता है,
सब पापो से मुक्ति मिलती है शिव सब पे किरपा करते है,
भक्तो हर हर बम बोलो,
सावन का महीना आया है द्वारे कावड़ उठा के जाना है

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