चल भोले जी के कावड़ चढ़ा लेchal bhole ji ke kawad chada le
चल भोले जी के कावड़ चढ़ा ले,
कंधे अपने तू कावड़ उठा ले,
काम तेरा हो जाएगा जो मांगे तू मिल जाएगा,
शिव है दयालु पार करेंगे खुशियों से झोली तेरी भरे गे,
जगत का स्वामी मेरा भोला डमरू वाला है,
भोला भाला शिव सारे जग से निराला है,
जो चाहे तू शिव से पा ले,
कंधे अपने तू कावड़ उठा ले,
काम तेरा हो जाएगा जो मांगे तू मिल जाएगा,
सोना चांदी हीरे मोती शिव को न चाहये,,
बस थोड़ी भगति से शिव को रिजाये,
इक लौटा गंगा जल से मना ले,
कंधे अपने तू कावड़ उठा ले,
काम तेरा हो जाएगा जो मांगे तू मिल जाएगा,
शिव आधी देव महादेव कहलाते है ,
भर देते झोली शरण इनकी जो आते है,
सिर अपना तू चरणों में झुका ले गिरी काम चाहे कुछ भी करवाले,
कंधे अपने तू कावड़ उठा ले,
काम तेरा हो जाएगा जो मांगे तू मिल जाएगा,
तीनो लोक में मेरे शिव का ही राज है,
जल थल अम्बर का यही प्रतिपाल है.
फिर इनका तू ध्यान लगा ले,
कंधे अपने तू कावड़ उठा ले,
काम तेरा हो जाएगा जो मांगे तू मिल जाएगा,