50 शिव जी के भजन हिंदी में || New Shiv Bhajan 2023

Shiv Bhajan Song List

50 शिव जी के भजन हिंदी में || New Shiv Bhajan 2023

1. शिव भोले शंकर प्यारे

शिव भोले शंकर प्यारे,
भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे,
भव से ये पार लगावे,
देवों ने इनको पुकारा,
भोले विष पि गए सारा,
अमृत देवों को देकर,
दानव संहारे,
शिव भोले शंकर प्यारे,
भक्तो के है रखवाले।।

तर्ज – जा रे जा ओ हरजाई।

शेषनाग की रज्जु बनाई,
सुमेरु के मथनी फेरे,
देवता सारे मिलके,
सागर मंथन होने लगा जब,
अग्नि प्रकटी जल से,
विष्णु मथनी फेरते जाए,
विष उबलने लगा,
तन भी जलने लगा,
विष्णु भगवान को आकर,
कौन बचाए,
शिव भोलें शंकर प्यारे,
भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे,
भव से ये पार लगावे।।

हाहाकार मचा देवो में,
अमृत कैसे बचाए,
ना ये विष में ही मिल जाए,
नारद ने आकर समझाया,
जाओ शिव की शरण में,
शिव ही संकट सारा मिटाए,
सारे नमन करे,
शिव का ध्यान धरे,
शिव भोले विष से ना ये,
सृष्टि जल जाए,
शिव भोलें शंकर प्यारे,
भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे,
भव से ये पार लगावे।।

शिव शंकर ने आकर देखा,
उबल रहा विष सारा,
शिव ने कंठ में विष को उतारा,
नीलकंठ कहलाए शिवजी,
महाकाल कहलाए,
सारे देवो को भी तारा,
शिव को वंदन करो,
इनका पूजन करो,
हम सबको तारो जैसे,
देवो को तारा,
शिव भोलें शंकर प्यारे,
भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे,
भव से ये पार लगावे।।

शिव भोले शंकर प्यारे,
भक्तो के है रखवाले,
मन से जो इनको ध्यावे,
भव से ये पार लगावे,
देवों ने इनको पुकारा,
भोले विष पि गए सारा,
अमृत देवों को देकर,
दानव संहारे,
शिव भोलें शंकर प्यारे,
भक्तो के है रखवाले।।

2. बड़ी दूर से चलकर आया हूँ

तर्ज – आवारा हवा का झोका हूँ

बड़ी दूर से चलकर आया हू,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए,
मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए,
एक फूल गुलाब का लाया हूँ,
चरणों में तेरे रखने के लिए।।

ना रंग महल की अभिलाषा,
ना इक्छा सोने चांदी की,
ना रंग महल की अभिलाषा,
ना इक्छा सोने चांदी की,
तेरी दया की दौलत काफी है,
झोली मेरी भरने के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हूँ,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए।।

ना हिरे मोती सोना है,
ना धन दौलत की थैली है,
ना हिरे मोती सोना है,
ना धन दौलत की थैली है,
दो आंसू बचाकर लाया हूँ,
पूजा तेरी करने के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हू,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए।।

जब भक्त उस महांकाल के दरबार में,
उस बाबा के दर्शन करते है,
तब उनका मन एक ही बात कहता है :

मेरे बाबा मेरी इक्छा नही,
अब यहाँ से वापस जाने की,
मेरे बाबा मेरी इक्छा नही,
अब यहाँ से वापस जाने की,
चरणों में जगह दे दो थोड़ी,
मुझे जीवन भर रहने के लिए,
बड़ी दूर से चलकर आया हू,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए।।

बड़ी दूर से चलकर आया हू,
मेरे बाबा तेरे दर्शन के लिए,
मेरे भोले तेरे दर्शन के लिए,
एक फूल गुलाब का लाया हूँ,
चरणों में तेरे रखने के लिए।।

3. हे भोले नाथ दया करके

हे भोले नाथ दया करके,
अब मुझे बसा लो चरणन में,
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।

तर्ज – श्यामा आन बसों वृन्दावन में।

फल फुल की थाली लायी हूँ,
चरणों में तुम्हरे आयी हूँ,
तुम्हे अपने बसाकर नैनन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।

बेल पात की थाली लायी हूँ,
दर्शन को तुम्हारे आई हूँ,
तुम्हे देख लूँ मन के दर्पण में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।

मैं भंग धतूरा लायी हूँ,
मैं दर दर की ठुकराई हूँ,
मुझे दे दो शरण बस चरणन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।

तेरा नाम का सुमिरन करती हूँ,
यही रो रो कर बस कहती हूँ,
तेरे दर्श की प्यास है अखियन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।

तेरा प्रेम हमारी पूजा है,
कोई और ना मन में दूजा है,
तुम छिपे हो मन के बगियन में,
अब मुझे बसा लो चरणन में।
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।

हे भोले नाथ दया करके,
अब मुझे बसा लो चरणन में,
हे भोले नाथ दया कर के,
अब मुझे बसा लो चरणन में।।

4. दौड़ा जाये रे समय का घोडा

श्लोक – विघ्न हरण गौरी के नंदन,
सुमिर सदा सुखदाई रे,
तुलसीदास जो गणपति सुमिरे,
कोटि विघ्न टल जाई रे।

दौड़ा जाए रे समय का घोडा,
शिव शिव शिव शिव रट ले रे बन्दे,
जीवन है ये थोड़ा,
दौड़ा जाये रे समय का घोडा।।

ना तेरा ना मेरा बाबु,
इस घोड़े पर प्रभु का काबू,
ना तेरा ना मेरा बाबु,
इस घोड़े पर प्रभु का काबू,
परम पिता ही इससे चलता,
परम पिता ही इससे चलता,
दिखा दिखा कर कौड़ा,
दौडा जाये रे समय का घोडा।।

पल पल बीत रही जिंदगानी,
कल की चिंता करले रे प्राणी,
पल पल बीत रही जिंदगानी,
कल की चिंता करले रे प्राणी,
ना जाने कब टूट पड़े है,
ना जाने कब टूट पड़े है,
माथे पर काल हथौड़ा,
दौडा जाये रे समाये का घोडा।।

दसो दिशाओ के दरवाजे,
कहते रोज बजाकर बाजे,
दसो दिशाओ के दरवाजे,
कहते रोज बजाकर बाजे,
बता ऐ दुनिया वाले तूने,
बता ऐ दुनिया वाले तूने,
कितना पुण्य है जोड़ा,
दौड़ा जाये रे समाये का घोडा।।

चल भई करले प्रभु की भक्ति,
भक्ति में है अद्भुत शक्ति,
चल भई करले प्रभु की भक्ति,
भक्ति में है अद्भुत शक्ति,
इस भक्ति ने है करोडो,
इस भक्ति ने है करोडो,
लोगो का पथ मोड़ा,
दौडा जाये रे समाये का घोडा।।

शिव शिव शिव शिव रट ले रे बन्दे,
जीवन है ये थोड़ा,
दौड़ा जाए रे समय का घोडा।।

5. शिव की बारात आई है

शिव की बारात आई है,
शिव की बारात आयी है,
रात आई है,
लेके सौगात आई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है,
सजी धजी भूतो प्रेतों के,
साथ आई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।

तर्ज – आज मेरे यार की शादी।

हर तरफ अजब नजारा,
सहमा माहौल है सारा,
डर से सब लोग डरे है,
छतो पे जा के चढ़े है,
बच्चे बूढ़े जो बड़े है,
एक चर्चा ये करे है,
कैसा दूल्हा ये आया,
कैसी बारात ये लाया,
मुस्काते चेहरों पे,
एक दहशत सी छाई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।

भंग का रंग चढ़ा है,
गले में सर्प पड़ा है,
पहने बिच्छू का बाला,
सदाशिव डमरू वाला,
बैल की करके सवारी,
आए अपने ससुरारी,
हस रहे सभी देवता,
जय हो भोला भंडारी,
चारों दिशा में एक ही चर्चा,
पड़ी सुनाई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।

साथ में अजब है साथी,
आए बनके है बाराती,
है कोई सुन्दर चंगा,
और कोई बिलकुल नंगा,
चुड़ैले करती हल्ला,
पहन के उल्टा पल्ला,
बज रही ढोलक ढम ढम,
साथ संगीत की सरगम,
कहीं सुलगती चिलम,
कहीं छनती ठंडाई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।

देखि बारात जो मैना,
बोली नारद से बैना,
बेटी की है बर्बादी,
ये नहीं होगी शादी,
शिव की देखि जो माया,
राज सारा है बताया,
हो गई राजी मैना,
गौरा को शिव से मिलाया,
विधि विधान से मंडप में,
भावर बिरवाई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।

शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आई है,
रात आई है,
लेके सौगात आई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है,
सजी धजी भूतो प्रेतों के,
साथ आई है,
शिव की बारात आयी है,
शिव की बारात आयी है।।

6. जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन 

जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन होगा,
तर्ज – झिलमिल सितारों आंगन होगा
जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ॐ॥

भोले के लिए तो में दीपक लेकर जाउंगी,
भोले न मिलेंगे तो में वापस नहीं आउंगी,
उसी दीपक संग जलना होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ॐ॥

गोरा के लिए में तो चुनर लेके जाउंगी,
गोरा ना मिली तो में वापस नहीं आउंगी,
वही चुनर मेरा कफ़न होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ॐ॥

लोग ये कहेंगे देखो ढोगंन जा रही हे,
भोले ये कहेंगे मेरी भक्तन आ रही हे,
आत्मा परमात्मा का संगम होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन होगा॥ॐ॥

जिस दिन भोले जी तेरा दर्शन होगा,
उस दिन सफल मेरा जीवन ॥ॐ॥

7. जय जय जय भोलेनाथ

जय जय जय भोलेनाथ,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥

तर्ज – चल चला चल अकेला।

तीनों लोको के तुम स्वामी,
हे शिव शंकर कैलाशी,
घट घट वासी अंतर्यामी,
अजर अमर हे अविनाशी,
जानो तुम मन की बात,
जानो तुम मन की बात,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥

निर्बल को दे आप सहारे,
दुखियों के दुःख को टाले,
भक्तजनो के तुम भंडारे,
बिन मांगे ही भर डाले,
तुम अनाथो के नाथ,
तुम अनाथो के नाथ,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥

सबको पार लगाने वाले,
मुझको भी पार लगा देना,
हे स्वामी इस अज्ञानी के,
अवगुण नाथ भुला देना,
मेरी विनती ये नाथ,
मेरी विनती ये नाथ,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥

जय जय जय भोलेनाथ,
भोले शंकर पधारो,
गौरी गणपति के साथ,
जोड़ूँ मैं हाथ,
हे त्रिपुरारी,
सदा जय होय तुम्हारी,
नाथ भोले भंडारी,
सदा जय होय तुम्हारी॥ॐ॥

8. नाथ मै तो हार गई

नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
भांग लगे तुम्हे प्यारी,
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥

हरी हरी भांग की बूटी देखो,
हरी हरी भांग की बूटी देखो,
सौतन बनी हमारी,
जंगल छोड़ के खोए दिए इसने,
बोए बोए मै हारी,
नाथ मैं तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥

चुन चुन लाऊँ भांग तुम्हारी,
चुन चुन लाऊँ भांग तुम्हारी,
घोट दउ फिर सारी,
घोट दउ फिर सारी,
घोटत घोटत घिसो सील बटना,
अब टूटन की बारी,
नाथ मैं तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥

तुम तो हो अलमस्त भांग के,
तुम तो हो अलमस्त भांग के,
मस्ती में भंडारी,
मस्ती में भंडारी,
दिन भर राम नाम चढ़ गाओ,
नंदी की असवारी,
नाथ मैं तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥

नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
हम तो हुए पराए स्वामी,
भांग लगे तुम्हे प्यारी,
नाथ मै तो हार गई,
घोट के भांग तुम्हारी॥ॐ॥

9. मेरे भोले के दरबार में सबका

मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है,
जितना तेरे भाग्य में लिखा उतना ही पाता है,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है,
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥

चाहे अमीर हो चाहे गरीब हो,
उनको एक समान,
सबकी बिगड़ी वो ही बनाये,
सबकी बिगड़ी वो ही बनाये,
वो सबके भगवान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥

धर्म किये जा धन की चिंता,
मत करना इंसान,
जैसा तेरा कर्म है भाई.
वैसा फल देगा भगवान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥

देख समझले मानव,
तू है दो दिन का मेहमान,
कितने आकर चले गए,
कितने जाने को तैयार,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥

भगवे में भगवान छुपा है,
मानव तू पहचान,
नकली रंग से कपड़े रंगावे,
साधु नही शैतान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥

‘गिरी’ कहे तू गिरके सम्भल जा,
ये जग है नादान,
तेरा बनाया तुझको बनाये,
मानव नही हैवान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥

जितना तेरे भाग्य में लिखा उतना ही पाता है,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है,
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है॥ॐ॥

10. आया शिवरात्रि त्यौहार

आया शिवरात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिवरात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥

आज है गौरी शिव जागरण,
शिव रात्रि पर्व मनाओ सखी,
श्री गौरी शंकर का दर्शन,
करने शिवालय आओ सखी,
आओ कर दे शिव श्रृंगार,
चलो रे शिव पूजन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिव-रात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥

शिव शिव जपता मनवा हमारा,
ध्यान में शिव साकार,
बारात आई शिव शंकर की,
भुत प्रेत नाचे करते जयकार,
शिव दूल्हा बने करतार,
चलो रे शिव पूजन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिव-रात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥

थाली चन्दन फूल रखा,
हाथों में ले लो गंगा जली,
अभिषेक शंकर जी का करो,
पुष्पांजलि करो दीपांजलि,
व्रत कर लो त्याग आहार,
चलो रे शिव पूजन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिव-रात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥

शिव जी को पूजे विष्णु जी ब्रम्हा,
शिव का है ये संसार,
शिव के बिना नहीं सृष्टि की रचना,
भक्तो करो मन से जय जयकार,
तार देंगे तारणहार,
चलो रे शिव पूजन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिव-रात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥

आया शिवरात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे,
वंदन करे अभिनंदन करे,
आया शिवरात्रि त्यौहार,
चलो रे शिव वंदन करे॥ॐ॥

11. जय बोलो महाकाल की

दोहा – आदिदेव महादेव का,
जो करते है गुणगान,
जनम मरण का उनको निज ही,
हो जाता सब ज्ञान।॥ॐ॥
काल से रक्षा करते,
शिवजी काटे सब जंजाल,
हरपल भजते रहो रे भक्तो,
जय जय जय महाकाल॥ॐ॥

आओ मिलकर गाये महिमा,
हम कालो के काल की,
जय बोलो महाकाल की जय बोलो,
जय बोलो महांकाल की जय बोलो,
दसो दिशाओ में होती,
जयकार यहाँ महाकाल की,
जय बोलो महांकाल की जय बोलो,
जय बोलो महांकाल की जय बोलो॥ॐ॥

इस जग के है कर्ता धर्ता,
आदिदेव शिवशंकर,
शिवशंकर से रचा बसा है,
इस धरती का कण कण,
ब्रम्हा बनकर रचते जग को,
विष्णु बन पालन करते है,
शिव बनकर हर लेते माया,
इक्छा है कल्याण की,
जय बोलो महाकाल की जय बोलो॥ॐ॥

अवंतिका नगरी में है प्रभु,
शिवशंकर का वास,
महाकाल के रूप में शिवजी,
करते यहाँ निवास,
पूण्य सलिला क्षिप्रा तट पर,
शिवजी बैठे ध्यान लगाकर,
माया अपरंपार है,
इन मायापति महाकाल की,
जय बोलो महांकाल की जय बोलो॥ॐ॥

कुम्भ पर्व पर क्षिप्रा में,
स्नान पूण्य दायी है,
क्षिप्रा और महाकाल की महिमा,
ऋषि मुनियो ने गायी है,
यह अवसर भक्तो मत छोड़ो,
महाकाल से नाता जोड़ो,
बड़े भाग्य से मिलती है ये,
भक्ति इन महाकाल की,
जय बोलो महांकाल की जय बोलो॥ॐ॥

महाकुम्भ में महाकाल के,
दर्शन जो करते है,
उन भक्तो के देखो भोले,
पाप शाप हरते है,
जो नित पूजन अर्चन करते,
महाकाल का नाम जो रटते,
जनम जनम तीर जाये जिसपर,
कृपा बने महाकाल की,
जय बोलो महाकाल की जय बोलो॥ॐ॥

आओ मिलकर गाये महिमा,
हम कालो के काल की,
जय बोलो महांकाल की जय बोलो,
जय बोलो महांकाल की जय बोलो,
दसो दिशाओ में होती,
जयकार यहाँ महाकाल की,
जय बोलो महांकाल की जय बोलो,
जय बोलो महांकाल की जय बोलो॥ॐ॥

12. सारे जग का है वो रखवाला

सारे जग का है वो रखवाला,
हाँ मेरा भोला है जग से निराला,
भोला शंकर है जग से निराला,
बम भोला, बम भोला,
बम भोला, बम भोला, बम भोला॥ॐ॥

एक चोर खड़ा शिव मंदिर में,
पाप था उसके अंदर में,
घंटा आया उसे नज़र,
जो था शिव जी के ऊपर
लेकिन था काफी ऊँचा,
उस तक वो कैसे पहुंचे,
कैसा लालच ने चक्कर में डाला,
हाँ मेरा भोला है जग से निराला,
बम भोला, बम भोला,
बम भोला, बम भोला, बम भोला॥ॐ॥

उपाय समझ जब आता है,
चोर खड़ा मुस्काता है,
शिव मूरत पर वो चढ़कर,
हाथ लगाया घंटे पर,
घंटा घन घन बोल उठा,
चोर का मनवा डोल उठा,
वहां प्रगट हुआ डमरू वाला,
हाँ मेरा भोला है जग से निराला,
बम भोला, बम भोला,
बम भोला, बम भोला, बम भोला॥ॐ॥

मांग मांग बोले शंकर,
ले ले तू मनचाहा वर,
चोर खड़ा कांपे थर थर,
देख रहा इधर उधर,
मैं तो चोर उचक्का हूँ,
झूठा कपटी पक्का हूँ,
बाबा सचमुच है तू भोला भाला,
हाँ मेरा भोला है जग से निराला,
बम भोला, बम भोला,
बम भोला, बम भोला, बम भोला॥ॐ॥

कोई मेवा मोदक लता है,
कोई चन्दन मुझपे चढ़ाता है,
पर तूने तो अपना तन,
कर दिया मुझको अर्पण,
तू भक्त है मेरा चोर नहीं,
तेरे जैसा और नहीं,
झट बोले यूँ दीन दयाला,
बम भोला, बम भोला,
बम भोला, बम भोला, बम भोला॥ॐ॥

सारे जग का है वो रखवाला,
हाँ मेरा भोला है जग से निराला,
बम भोला, बम भोला,
बम भोला, बम भोला, बम भोला॥ॐ॥

13. मेरा भोलेनाथ ऐसा भक्तो का

तर्ज – एक तेरा साथ हमको।

मेरा भोलेनाथ ऐसा,
भक्तो का रखवाला हैं,
सचमुच में भोला भाला है,
मेरा भोलेनाथ ॥ॐ॥

है भांग का रसिया,
कैलाश का बसिया,
रमिया राम रंग का,
है चंद्र मस्तक पर,
गले में है विषधर,
है धारक गंग का,
शरणागत की प्रेम भक्ति का,
यही देव मतवाला है,
सचमुच में भोला भाला है,
मेरा भोलेनाथ ॥ॐ॥

संसार की सारी,
माया समाई है,
शिव के झोले में,
खुद के लिए कुछ ना,
भक्तो को सबकुछ हा,
ये शिव के ध्यान मे,
ऐसा वरदानी,
यह गौर मैया का,
घरवाला है,
सचमुच में भोला भाला है,
मेरा भोलेनाथ ॥ॐ॥

विजया की उमंग,
धतूरे की तरंग,
नयन भये रतनारे,
बजे पैर घुंघरू,
संग बाजता डमरू,
भये सब मतवारे,
भक्तो का प्रतिपाल,
जिसने हर बाधा को टाला है,
सचमुच में भोला भाला है,
मेरा भोलेनाथ ॥ॐ॥

14. भोले नाथ से निराला कोई

भोले नाथ से निराला कोई और नहीं,
गौरीनाथ से निराला कोई और नहीं,
ऐसा बिगड़ी बनाने वाला, कोई और नहीं॥ॐ॥

उन का डमरू डम डम बोले,
अगम निगम के भेद खोले,
ऐसा भक्तो का रखवाला कोई और नहीं,
भोले नाथ से निराला कोई और नहीं॥ॐ॥

काया जब जब करवट बदले,
पाप चमकते अगले पिछले,
ऐसा जोत जगाने वाला कोई और नहीं,
भोले नाथ से निराला कोई और नहीं॥ॐ॥

तुमने जग का कष्ट मिटाया,
मुझ को स्वामी क्यों बिसराया,
अब तो मुझे बचाने वाला कोई और नहीं,
भोले नाथ से निराला कोई और नहीं॥ॐ॥

भोले नाथ से निराला कोई और नहीं,
गौरीनाथ से निराला कोई और नहीं,
ऐसा बिगड़ी बनाने वाला, कोई और नहीं॥ॐ॥

15. भोले के चरणों में

भोले के चरणों में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
हर हर बम बम बोलो॥ॐ॥

तर्ज – परदे में रहने दो

अंग भभूति रमाये है,
माथे पे चंदा सुहाए है,
गंगा जटाओ में समाये है,
विषधर गले में लिपटाये है,
भोले के चरणो में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
बोलो हर हर बम बम॥ॐ॥

कोई उनको अविनाशी कहता है,
कोई भोले ही भोले जपता है,
मान जाये बस थोड़ी भक्ति से,
भोले भक्तो के अंग संग रहता है,
भोले के चरणो में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
बोलो हर हर बम बम॥ॐ॥

नाम भोले का जो भी गायेगा,
बिगड़ी पल में बाबा बनाएगा,
सुनते है सबकी विनती भोले जी,
नैया तो भव से पार लगाएगा,
भोले के चरणो में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
बोलो हर हर बम बम॥ॐ॥

भोले का डमरू डम डम डम बोले,
ओढ़े बाघंबर खाये भंग गोले,
तू भी ‘सरल’ भोले का होले,
‘लख्खा’ जीवन में ना डोले,
भोले के चरणों में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
बोलो हर हर बम बम॥ॐ॥

16. जानता है सब हाल तू मेरे

जानता है सब हाल तू मेरे,
फिर भी आकर द्वार पे तेरे,
फरियाद मै करूँगा,
फरियाद मै करूँगा,
जानता है सब हाल तू मेरे॥ॐ॥

तर्ज – चाहूँगा मै तुझे साँझ सवेरे।

आदि भी तू मध्य भी तू,
अंत भी तू अनंत भी तू,
भोलेनाथ,,,
मेरे नाथ आकर तेरे द्वार,
फरियाद मै करूँगा,
फरियाद मै करूँगा,
जानता हैं सब हाल तू मेरे,
फिर भी आकर द्वार पे तेरे,
फरियाद मै करूँगा,
फरियाद मै करूँगा,
जानता है सब हाल तू मेरे॥ॐ॥

मन में जपूँ नित हरी ॐ,
तुझ बिन कौन समझेगा मोए,
भोलेनाथ,,,
मेरे नाथ आकर तेरे द्वार,
फरियाद मै करूँगा,
फरियाद मै करूँगा,
जानता हैं सब हाल तू मेरे,
फिर भी आकर द्वार पे तेरे,
फरियाद मै करूँगा,
फरियाद मै करूँगा,
जानता है सब हाल तू मेरे॥ॐ॥

कहता पवन हे त्रिनयन,
हर तर्षण दे दर्शन,
भोलेनाथ,,,
मेरे नाथ आकर तेरे द्वार,
फरियाद मै करूँगा,
फरियाद मै करूँगा,
जानता हैं सब हाल तू मेरे,
फिर भी आकर द्वार पे तेरे,
फरियाद मै करूँगा,
फरियाद मै करूँगा,
जानता है सब हाल तू मेरे॥ॐ॥

जानता है सब हाल तू मेरे,
फिर भी आकर द्वार पे तेरे,
फरियाद मै करूँगा,
फरियाद मै करूँगा,
जानता है सब हाल तू मेरे॥ॐ॥

17. दूल्हा बनकर के

दूल्हा बनकर के,
शंकर चले जिस घड़ी,
घर हिमाचल के,
आना गजब हो गया,
क्या अजब शान थी,
क्या गजब रूप था,
शिव का दूल्हा बनाना,
गजब हो गया,
दूल्हा बनकर के,
शंकर चले जिस घड़ी॥ॐ॥

तर्ज – हाल क्या है दिलों का ना।

धरती अम्बर हिला,
शिव का डमरू बजा,
देवता सब चले,
अपना वाहन सजा,
भुत प्रेतों के संग आए शुक्र शनि,
भुत प्रेतों के संग आए शुक्र शनि,
शिव का घोतक रचाना,
गजब हो गया,
दुल्हा बनकर के,
शंकर चले जिस घड़ी,
घर हिमाचल के,
आना गजब हो गया,
शंकर चले जिस घड़ी॥ॐ॥

ब्रम्हा विष्णु जी देखो,
बाराती बने,
शिव के ब्याह में,
हिमाचल की नगरी चले,
धीरे धीरे लगे साज बजने सभी,
धीरे धीरे लगे साज बजने सभी,
शिव का डमरू बजाना,
गजब हो गया,
दुल्हा बनकर के,
शंकर चले जिस घड़ी,
घर हिमाचल के,
आना गजब हो गया,
शंकर चले जिस घड़ी॥ॐ॥

बैल पे बैठके,
राख तन पे मले,
काँधे झोला बड़ा,
नाग विषधर गले,
दूल्हा बूढ़ा सा जोगी है,
लम्बी जटा,
चंदा मस्तक सजाना,
गजब हो गया,
दुल्हा बनकर के,
शंकर चले जिस घड़ी,
घर हिमाचल के,
आना गजब हो गया,
शंकर चले जिस घड़ी॥ॐ॥

क्या बाराती अजब से है
भोले के संग,
हाथी घोड़े पे है कोई,
मस्त मलंग,
मैना रानी ने देखा ये,
जब माजरा,
मैना रानी ने देखा ये,
जब माजरा,
‘बिन्नू’ शिव का ये बाना,
गजब हो गया,
दुल्हा बनकर के,
शंकर चले जिस घड़ी,
घर हिमाचल के,
आना गजब हो गया,
शंकर चले जिस घड़ी॥ॐ॥

दूल्हा बनकर के,
शंकर चले जिस घड़ी,
घर हिमाचल के,
आना गजब हो गया,
क्या अजब शान थी,
क्या गजब रूप था,
शिव का दूल्हा बनाना,
गजब हो गया,
दूल्हा बनकर के,
शंकर चले जिस घड़ी॥ॐ॥

18. सावन की पड़ी फुहार

सावन की पड़ी फुहार,
मेरे यार,
चल भोले के दर जायेंगे,
चल बाबा के दर जायेंगे,
कांधे पर कांवर लाएंगे,
शिव शंकर से दातार,
चल हर बम बम गाएंगे,
सावन की पड़ी फुहार,
चल भोले के दर जायेंगे॥ॐ॥

तर्ज – अनोखी थारी झांकी

पहले था मैं कंगाल घणा,
भोले ने करा कमाल घणा,
इब कोठी बंगला कार,
मेरे यार,
चल चलकर दर्शन पाएंगे,
शिव शंकर से दातार,
चल हर बम बम गाएंगे॥ॐ॥

तू सुणले जा तू कांवड़ का,
सुना घर था हो ग्यालड़ का,
इब सुखी होया परिवार,
मेरे यार,
भोले की महिमा गाएंगे,
सावन की पड़े फुहार,
मेरे यार,
चल भोले के दर जायेंगे॥ॐ॥

एक भाई मेरा कुंवारा था,
अनपढ़ भोळा बेचारा था,
बहु आगि बहुत होशियार,
मेरे यार,
मुँह माँगा चलकर पाएंगे,
सावन की पड़े फुहार,
मेरे यार,
चल भोले के दर जायेंगे॥ॐ॥

इब हर बाता के ठाट मेरे,
इब उठरयासे धोराट मेरे,
वृत कर सोळा सोमवार,
मेरे यार,
यो जीवन सफल बनाएंगे,
सावन की पड़े फुहार,
मेरे यार,
चल भोले के दर जायेंगे॥ॐ॥

सावन की पड़ी फुहार,
मेरे यार,
चल भोले के दर जायेंगे,
चल बाबा के दर जायेंगे,
कांधे पर कांवर लाएंगे,
शिव शंकर से दातार,
चल हर बम बम गाएंगे,
सावन की पड़ी फुहार,
चल भोले के दर जायेंगे॥ॐ॥

19. डमरू वाले बाबा तुमको आना

डमरू वाले बाबा तुमको आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा,
माँ गौरा संग गणपति जी को,
लाना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा,
डमरू वाले बाबा तुमको आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा॥ॐ॥

तर्ज – झिलमिल सितारों का।

बेलपत्र दूध बाबा,
आपको चढ़ाएँगे,
केशरिया चंदन माथे,
तिलक लगाएँगे,
भक्तो को दरश,
दिखाना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा,
डमरू वालें बाबा तुमको आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा॥ॐ॥

आप तो निराले बाबा,
रूप भी निराला,
हाथ में त्रिशूल गले,
सर्पो की माला,
नंदी पे चढ़कर,
आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा,
डमरू वालें बाबा तुमको आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा॥ॐ॥

कल्याणकारी भोले,
नाथ तुम हमारे,
दुःख हो या सुख,
हम सबके सहारे,
नैया को पार,
लगाना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा,
डमरू वालें बाबा तुमको आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा॥ॐ॥

देवों के देव,
महादेव आज आए,
विष को पिया है,
नीलकंठ भी कहाए,
भक्ति से शिव को,
मनाना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा,
डमरू वालें बाबा तुमको आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा॥ॐ॥

डमरू वाले बाबा तुमको आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा,
माँ गौरा संग गणपति जी को,
लाना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा,
डमरू वाले बाबा तुमको आना होगा,
डम डम डमरू बजाना होगा॥ॐ॥

20. दर्शन को तेरे बाबा

दर्शन को तेरे बाबा,
आया बड़ी दूर से,
आया बड़ी दूर से,
मेहर की नजर बाबा,
कर दो जरा सी,
दर्शन को तेरे बाबा॥ॐ॥

तर्ज – सौ साल पहले।

हे भूतेश्वर भोलेनाथ,
टाबरा की ये अर्जी है,
थे सुणो जरा दे ध्यान,
अलख की हो जाए मर्जी है,
लगन है हमारी,
विनती हुजूर से,
विनती हुजूर से,
भीख दया की गर,
दे दो जरा सी॥ॐ॥

दर्शन को तेरें बाबा,
आया बड़ी दूर से,
आया बड़ी दूर से,
मेहर की नजर बाबा,
कर दो जरा सी,
दर्शन को तेरे बाबा॥ॐ॥

तुम अपने भक्तो के,
रुके सब काम बनाते हो,
फिर मेरी नैया क्यूँ,
नहीं उस पार लगाते हो,
तेरा दास हूँ मैं बाबा,
किसी दस्तूर से,
किसी दस्तूर से,
कदरदान हो तुम,
कदर दो जरा सी॥ॐ॥

दर्शन को तेरें बाबा,
आया बड़ी दूर से,
आया बड़ी दूर से,
मेहर की नजर बाबा,
कर दो जरा सी,
दर्शन को तेरे बाबा॥ॐ॥

इस बार तो लखदातार,
फैसला कर के जाएंगे,
ये नैना भरे अति,
चरण में झर के जाएंगे,
‘श्याम बहादुर’,
शिव मजबूर से,
शिव मजबूर से,
नहीं धीर दिल में,
सबर दो जरा सी॥ॐ॥

दर्शन को तेरें बाबा,
आया बड़ी दूर से,
आया बड़ी दूर से,
मेहर की नजर बाबा,
कर दो जरा सी,
दर्शन को तेरे बाबा॥ॐ॥

21. कैलाश के निवासी नमो बार बार

– दोहा –
एक बिलपत्रम एक पुष्पम,
एक लोटा जल की धार,
दयालु रीझ के देते है,
चंद्रमोली फल चार,
व्याघाम्बरं भस्माङ्गरं,
जटा जुट लिबास,
आसन जमाये बैठे है,
कृपा सिंधु कैलाश॥ॐ॥

कैलाश के निवासी नमो बार बार हूँ,
नमो बार बार हूँ,
आयो शरण तिहारी भोले तार तार तू,
आयो शरण तिहारी शम्भू तार तार तू॥ॐ॥

भक्तो को कभी शिव तुने निराश ना किया,
माँगा जिन्हें जो चाहा वरदान दे दिया,
बड़ा हैं तेरा दायजा, बड़ा दातार तू,
बड़ा दातार तू,
आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू,
कैलाश के निवासी नमों बार-बार हूँ,
आयो शरण तिहारी शम्भू तार तार तू॥ॐ॥

बखान क्या करू मै राखो के ढेर का,
चपटी भभूत में हैं खजाना कुबेर का,
है गंग धार, मुक्ति द्वार, ओंमकार तू,
ओंमकार तू,
आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू
कैलाश के निवासी नमों बार-बार हूँ,
आयो शरण तिहारी शम्भू तार तार तू॥ॐ॥

क्या क्या नहीं दिया है हम क्या प्रमाण दे,
बसे गए त्रिलोक शम्भू तेरे दान से,
ज़हर पिया, जीवन दिया, कितना उदार तू,
कितना उदार तू,
आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू
कैलाश के निवासी नमों बार-बार हूँ,
आयो शरण तिहारी शम्भू तार तार तू॥ॐ॥

तेरी कृपा बिना न हीले एक ही अणु,
लेते हैं स्वास तेरी दया से तणु तणु,
कहे ‘दाद’ एक बार मुझको निहार तू,
मुझको निहार तू,
आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू
कैलाश के निवासी नमों बार-बार हूँ,
आयो शरण तिहारी शम्भू तार तार तू॥ॐ॥

कैलाश के निवासी नमों बार बार हूँ,
नमो बार बार हूँ,
आयो शरण तिहारी भोले तार तार तू,
आयो शरण तिहारी शम्भू तार तार तू॥ॐ॥

22. शिव शंकर भोला नाचे

शिव शंकर भोला नाचे,
कैलाश के माहि,
डिम डिम डिम डमरू,
गूंज रया संसार में भाई,
शिव शंकर भोला नाच रह्या,
कैलाश के माहि॥ॐ॥

तर्ज – दिल दीवाने का डोला।

सावन का महीना आया,
शिव शंकर भांग चढ़ाया,
खाकर के आक धतूरा,
भोला मस्ती में आया,
छम छम छम घुंगरू बाजे,
रुत नाचन की आई,
शिव शंकर भोला नाच रया,
कैलाश के माहि,
डिम डिम डिम डमरू,
गूंज रया संसार में भाई॥ॐ॥

सन्देशा भू पर आया,
भक्तो का मन हर्षाया,
शिव शंकर तप से जागे,
मिलने का अवसर आया,
गंगा जल लेकर दौड़ो,
रुत कांवड़ की आई,
शिव शंकर भोला नाच रया,
कैलाश के माहि,
डिम डिम डिम डमरू,
गूंज रया संसार में भाई॥ॐ॥

कांवड़िया बढ़ता जावे,
बम बम की अलख जगावे,
शिव भक्ता की भक्ति में,
सारी दुनिया शीश नवावे,
‘नंदू’ शिव भोले नाथ का,
दर्शन है सुखदाई,
शिव शंकर भोला नाच रया,
कैलाश के माहि,
डिम डिम डिम डमरू,
गूंज रया संसार में भाई॥ॐ॥

शिव शंकर भोला नाचे,
कैलाश के माहि,
डिम डिम डिम डमरू,
गूंज रया संसार में भाई,
शिव शंकर भोला नाच रह्या,
कैलाश के माहि॥ॐ॥

23. माँगते रहते तुझसे सांझ 

माँगते रहते तुझसे सांझ सवेरे,
हाथ ये फेले रहते सामने तेरे,
हाथ ये फेले रहते सामने तेरे,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया दाता,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया दाता॥ॐ॥

तर्ज – तेरे मस्त मस्त दो नैन।

याद वो दिन मुझे,
खाली जेब वो मेरा,
दर दर भटकना हाए,
दर दर भटकना,
याद वो दिन मुझे,
खाली जेब वो मेरा,
दर दर भटकना हाए,
दर दर भटकना,
गैरो की क्या कहूं,
अपनो की आँख में,
रह रह खटकना हाए,
रह रह खटकना,
चारो तरफ थे मेरे,
गम के अंधेरे,
आख़िर में आया बाबा,
द्वार पे तेरे,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया दाता,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया दाता॥ॐ॥

मेरी ग़रीबी के,
दिन थे वो कैसे,
तूने ही जाना बाबा,
तूने ही जाना,
मेरी ग़रीबी के,
दिन थे वो कैसे,
तूने ही जाना बाबा,
तूने ही जाना,
तेरी कृपा से परिवार खा रहा,
भर पेट खाना बाबा,
देने को कुछ भी बाबा,
पास ना मेरे,
दबा जा रहा हू बाबा,
कर्ज में तेरे,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया दाता,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया दाता॥ॐ॥

माँगना छोड़ दूँ,
मुमकिन नही मेरा,
आदत ना जाए मेरी,
आदत ना जाए,
माँगना छोड़ दूँ,
मुमकिन नही मेरा,
आदत ना जाए मेरी,
आदत ना जाए,
तेरे आगे भोले,
कहता ‘पवन’ मुझे,
लाज ना आए बाबा,
लाज ना आए,
तभी तो मै आता बाबा,
सांझ सवेरे,
सदा हाथ फैले रहते,
सामने तेरे,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया दाता,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया दाता॥ॐ॥

माँगते रहते तुझसे सांझ सवेरे,
हाथ ये फेले रहते सामने तेरे,
हाथ ये फेले रहते सामने तेरे,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया दाता,
तूने खूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने खूब दिया ॥ॐ॥

24. पार करो मेरा बेडा भव से

पार करो मेरा बेडा भव से,
हे शिव शंकर कैलाशी,
तर्ज – फूल तुम्हे भेजा है खत में

पार करो मेरा बेड़ा भव से,
हे शिव शंकर कैलाशी,
आस लगाए दर पे खड़ी हूँ,
तेरे चरणों की दासी,
पार करो मेरा बेडा भव से,
हे शिव शंकर कैलाशी॥ॐ॥

पार करो मेरा बेड़ा भव से,
हे शिव शंकर कैलाशी,
तीनो लोक में नाम तुम्हारा,
स्वामी तुम घट घट वासी,
पार करो मेरा बेड़ा भव से,
हे शिव शंकर कैलाशी॥ॐ॥

सबकी तुने बिगड़ी बनाई,
मुझसे क्यों मुख फेर लिया,
जो भी आया तेरे द्वारे,
भर उसका भंडार दिया,
बाँट के अमृत सारे जग को,
तूने बाबा जहर पिया,
आके संभालो हे दुःख भंजन,
मुझको दुखो ने घेर लिया,
पार करो मेरा बेड़ा भव से,
हे शिव शंकर कैलाशी॥ॐ॥

सुनलो मेरी करुण कहानी,
भर भर नैन मेरे आये,
तेरे द्वारे रोऊ बाबा,
तू करुणाकर कहलाये,
तेरी दया के सागर से,
कुछ बुँदे मुझको मिल जाये,
सच कहती हूँ जीवन रूपी,
चमन मेरा भी खिल जाये,
पार करो मेरा बेड़ा भव से,
हे शिव शंकर कैलाशी॥ॐ॥

पार करो मेरा बेड़ा भव से,
हे शिव शंकर कैलाशी,
आस लगाए दर पे खड़ी हूँ,
तेरे चरणों की दासी,
तीनो लोक में नाम तुम्हारा,
स्वामी तुम घट घट वासी,
पार करो मेरा बेड़ा भव से,
हे शिव शंकर कैलाशी॥ॐ॥

25. शिव भोले नाम तेरा

शिव भोले नाम तेरा,
जीने का है सहारा,
अब तो शरण में ले लो,
रो रो के दिल पुकारा,
शिव भोले नाम तेरा॥ॐ॥

तर्ज – मुझे इश्क़ है तुझी से।

दुनिया में कोई अपना,
देता नहीं दिखाई,
धीरज तुम्ही तो दोगे,
तुमसे लगन लगाई,
तेरे बिना ना होगा,
इक पल को भी गुजारा,
अब तो शरण में ले लो,
रो रो के दिल पुकारा,
शिव भोले नाम तेरा॥ॐ॥

मेरी जिंदगी के मालिक,
मुझे आसरा है तेरा,
कोई रास्ता ना सूझे,
कैसे मिटे अँधेरा,
मजधार में पड़ा हूँ,
मेरा खो गया किनारा,
अब तो शरण में ले लो,
रो रो के दिल पुकारा,
शिव भोले नाम तेरा॥ॐ॥

तेरे नाम के दीवाने,
बनकर ही अब रहेंगे,
दुःख दर्द जो भी आए,
हंसकर ही सब सहेंगे,
तेरा साथ ना मिला तो,
कैसे जियें बेचारा,
अब तो शरण में ले लो,
रो रो के दिल पुकारा,
शिव भोले नाम तेरा॥ॐ॥

तेरी दया ना होती,
तो ये जनम ना होता,
तेरे ही बल से ‘राजू’,
पापो का बोझ ढोता,
अब तो तुम्ही संभालो,
मैं हर तरफ से हारा,
अब तो शरण में ले लो,
रो रो के दिल पुकारा,
शिव भोले नाम तेरा॥ॐ॥

शिव भोले नाम तेरा,
जीने का है सहारा,
अब तो शरण में ले लो,
रो रो के दिल पुकारा,
शिव भोले नाम तेरा॥ॐ॥

26. शिव का नाम सदा सुखदाई

शिव का नाम सदा सुखदाई,
जपले हरी ॐ नमः शिवाय,
जपले इसमें नफा है तेरा,
तेरे दुःख दारिद्र भगाए,
शिव का नाम सदा सुखदाई,
जपले हरी ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

तर्ज – कस्मे वादे प्यार वफ़ा सब।

भोला भाला,
भोला भाला डमरू वाला,
कैलाशी अविनाशी है,
चप्पे चप्पे में रहता है,
ये घट घट का वासी है,
दुखियों के,
दुखियों के संताप ये हरता,
शिव शंकर सुखराशि है,
शिव का नाम सदा सुखदायी,
जपले हरी ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

जपते जपते,
जपते जपते महामंत्र को,
तू पवित्र हो जाएगा,
धीरज रखना अपने दिल में,
एक दिन ऐसा आएगा,
औघड़दानी,
औघड़दानी सामने होंगे,
और तू दर्शन पाएगा,
शिव का नाम सदा सुखदायी,
जपले हरी ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

प्रेम से मिलकर,
प्रेम से मिलकर बम बम बोले,
शिव भक्तो की अर्जी है,
‘बिन्नू’ कहता बात मान ले,
आगे तेरी मर्जी है,
जग वाले,
जग वाले गुमराह न कर दे,
दुनिया तो खुदगर्जी है,
शिव का नाम सदा सुखदायी,
जपले हरी ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

शिव का नाम सदा सुखदाई,
जपले हरी ॐ नमः शिवाय,
जपले इसमें नफा है तेरा,
तेरे दुःख दारिद्र भगाए,
शिव का नाम सदा सुखदाई,
जपले हरी ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

27. चलो शिव शंकर के मंदिर में 

चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो,
जय हो भोले नाथ जय हो शिव शम्भू॥ॐ॥

श्लोक
लिया नाम जिसने भी शिवजी का मन से,
उसे भोले शंकर ने अपना बनाया,
खुले उस पे सब द्वार शिव की दया के,
जो श्रद्धा से भोले के मंदिर में आया॥ॐ॥

हर हर महादेव की जय हो,
शंकर शिव कैलाशपति की जय हो॥ॐ॥

चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों,
शिव जी के चरणों में सर को झुकाए,
करें अपने तन मन को गंगा सा पावन,
जपे नाम शिव का भजन इनके गाएं॥ॐ॥

हर हर महादेव की जय हो।

यह संसार झूठी माया का बंधन,
शिवालयमें मार्ग है मुक्ति का भक्तो,
महादेव का नाम लेने से हर दिन,
मिलेगा हमें दान शक्ति का भक्तो,
मिट्टी में मिट्टी की काया मिलेगी,
चलो आत्मा को तो कुंदन बनाएं,
चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो॥ॐ॥

कहीं भी नहीं अंत उस की दया का,
करें वंदना उस दयालु पिता की,
हमें भी मिले छावं उसकी कृपा की,
हमे भी मिले भीख उसकी दया की,
लगाकर समाधि करें शिव का सुमिरण,
यूँ सोये हुए भाग्य अपने जगाएं,
चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो॥ॐ॥

करें सब का कल्याण कल्याणकारी,
भरे सबके भण्डार त्रिनेत्र धारी,
कोई उसको जग में कमी ना रहेगी,
बनेगा जो तन-मन से शिव का पुजारी,
करे नाम लेकर सफल अपना जीवन,
यह अनमोल जीवन यूँ-ही ना गवांये,
चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो॥ॐ॥

चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तो,
शिव जी के चरणों में सर को झुकाए,
करें अपने तन मन को गंगा सा पावन,
जपे नाम शिव का भजन इनके गाएं॥ॐ॥

28. कैसे मैं शिव को मनाऊ हो

कैसे मैं शिव को मनाऊ हो,
शिव मानत नाही,
कैसे भोले को मैं मनाऊ हो,
भोले मानत नाही॥ॐ॥

लाडू और पेड़ा वाके,
मनहु ना भावे,
भांग धतूरा कहाँ पाऊ हो,
शिव मानत नाही॥ॐ॥

हल्दी और कंकु वाके,
मनहु ना भावे,
मुर्दे की भस्मी कहा पाउ हो,
शिव मानत नाही॥ॐ॥

ताल तलैया वाके,
मनहु ना भावे,
गंगा की धार कहा पाऊ हो,
शिव मानत नाही॥ॐ॥

मोर मुकुट वाके,
मनहु ना भावे,
शीश पे चन्दा कहा पाऊ हो,
शिव मानत नाही॥ॐ॥

तलवार भाला वाके,
मनहु ना भावे,
घर में त्रिशूल कहा पाऊ हो,
शिव मानत नाही॥ॐ॥

महल अटारी वाके,
मनहु ना भावे,
टूटी झोपड़िया कहा पाऊ हो,
शिव मानत नाही॥ॐ॥

ताल तलैया वाके,
मनहु ना भावे,
गंगा की धार कहा पाऊ हो,
शिव मानत नाही॥ॐ॥

कैसे मैं शिव को मनाऊ हो,
शिव मानत नाही,
कैसे भोले को मैं मनाऊ हो,
भोले मानत नाही॥ॐ॥

29. डमरू वाले भोले बाबा

डमरू वाले भोले बाबा,
कर दो दया हे शिव भोले दानी।।

तर्ज – शिरडी वाले साई बाबा आया है

नाम तेरा जपति है दुनिया,
गाते है बम बम सब जग के प्राणी,
डमरू वाले भोले बाबा,
कर दो दया है शिव भोले दानी,
आया हूँ दर पे विनती सुनाने,
नैनो में अपने भरकर के पानी,
डमरू वाले भोले बाबा,
कर दो दया हे शिव भोले दानी॥ॐ॥

तू है शंकर महादेवा,
करे तो तेरी सेवा,
उसे मिलता है पल में,
सदा मुक्ति का मेवा,
निराला काम तेरा,
बड़ा है नाम तेरा,
तभी तो सारे जग में,
है चर्चा आम तेरा,
जगत तेरे सहारे,
तू पापी को भी तारे,
तेरी महिमा की चर्चा,
कोई वर्णन करे क्या,
तेरा ही कीर्तन,
करते है निशदिन,
संत ऋषि और ये जग के प्राणी,
डमरू वाले भोले बाबा,
कर दो दया हे शिव भोले दानी॥ॐ॥

भगत को ज्ञान देता,
तू इज्जत मान देता,
सदा मुँह माँगा सबको,
तू ही वरदान देता,
मधुर व्यव्हार तेरा,
अनोखा प्यार तेरा,
खुला है सबकी खातिर,
हमेशा द्वार तेरा,
हो बाबा बेल वाले,
तू गिरतो को संभाले,
हो बाबा बेल वाले,
तू गिरतो को संभाले,
तुम्हे ‘शर्मा’ पुकारा,
प्रभु दे दो सहारा,
तुम्हे ‘शर्मा’ पुकारा,
प्रभु दे दो सहारा,
ये तेरा ‘पन्ना’ जग में अज्ञानी,
आया सुनाने अपनी कहानी,
डमरू वाले भोले-बाबा,
कर दो दया हे शिव भोले दानी॥ॐ॥

नाम तेरा जपति है दुनिया,
गाते है बम बम सब जग के प्राणी,
डमरू वाले भोले बाबा,
कर दो दया है शिव भोले दानी,
आया हूँ दर पे विनती सुनाने,
नैनो में अपने भरकर के पानी,
डमरू वाले भोले बाबा,
कर दो दया हे शिव भोले दानी॥ॐ॥

30. मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू

मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले,
दुःख से मुझे उबारो पाँवो में पड़ गए छाले,
मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले॥ॐ॥

तर्ज – मैं ढूढ़ता हूँ जिनको।

फसीं है भवरो में नैया,
बिच मजधार हूँ मैं,
सहारा दीजिये आकर,
की अब लाचार हूँ मैं,
उठते नही कदम अब,
थक गए है काशीवाले,
मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले॥ॐ॥

मेरी अरदास सुण लीजे,
सुदी गिरिजापति लीजे,
राह तेरी निहारु मैं,
सहारा आन कर दीजे,
कोई नही है तुम बिन,
पतवार जो थमा ले,
मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले॥ॐ॥

खाके ठोकर हे शिवशम्भु,
कही पथ में ना गिर जाऊ,
तुम्हारा नाम ले ले कर,
यही रस्ते में ना मर जाऊ,
बदनाम होंगे तुम भी,
मेरे नाथ भोले भाले,
मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले॥ॐ॥

मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले,
दुःख से मुझे उबारो पाँवो में पड़ गए छाले,
मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले॥ॐ॥

31. हे भोले शंकर पधारो

हे भोले शंकर पधारो,
बैठे छुप के कहाँ,
हे भोले शम्भू पधारो,
बैठे छुप के कहाँ,
गंगा जटा में तुम्हारी,
हम प्यासे यहाँ,
महा-सती के पति,
मेरी सुनो वंदना,
आओ मुक्ति के दाता,
पड़ा संकट यहाँ,
ओ भोले शंकर पधारों बैठे छुप के कहाँ॥ॐ॥

भगीरथ को गंगा,
प्रभु तुमने दी थी,
सगर जी के पुत्रों को,
मुक्ति मिली थी,
नील कंठ महादेव,
हमें है भरोसा है,
इच्छा तुम्हारी बिन,
कुछ भी नहीं होता,
हे भोले शम्भू पधारो,
किसने रोका वहां,
हे गोरी शंकर पधारो,
किसने रोका वहां,
आओ भसम रमईया,
सब को तज के यहाँ,
हे भोले शंकर पधारों बैठे छुप के कहाँ॥ॐ॥

मेरी तपस्या का,
फल चाहे लेलो,
गंगा जल अब अपने,
भक्तो को दे दो,
प्राण पखेरू कहीं,
प्यासा उड़ जाए ना,
कोई तेरी करुणा पे,
उंगली उठाए ना
भिक्षा मैं मांगू,
जन कल्याण की,
इच्छा करो पूरी,
गंगा स्नान की,
अब ना देर करो,
आ के कष्ट हरो,
मेरी बात रख लो,
मेरी लाज रख लो,
हे भोले गंगधर पधारो,
हे भोले विषधर पधारो,
डोरी टूट जाए ना,
मेरा जग में नहीं,
कोई तुम्हारे बिना,
हे भोले शंकर पधारों बैठे छुप के कहाँ॥ॐ॥

नंदी की सौगंध तुम्हे,
वास्ता कैलाश का,
बुझने ना देना दीया,
मेरे विश्वास का,
पूरी यदि आज ना,
हुई मनोकामना,
फिर दीनबंधू,
होगा तेरा नाम ना,
भोलेनाथ पधारो,
हे उमा नाथ पधारो,
तुमने तारा जहा,
आओ महा सन्यासी,
अब तो आ जाओ ना,
हे भोले शंकर पधारो बैठे छुप के कहाँ॥ॐ॥

32. शिवनाथ तेरी महिमा आ 

शिवनाथ तेरी महिमा आ आ,
शिव नाथ तेरी महिमा,
जब तीन लोक गाये,
नाचे धरा गगन तो आ आ,
नाचे धरा गगन तो,
झूमें दसो दिशाएँ,
शिव नाथ तेरी महिमा,
जब तीन लोक गाये॥ॐ॥

तू देव सबसे न्यारा,
तुझको नमन हमारा,
लाये है तेरे द्वारे,
दर्शन की कामनाये,
शिव नाथ तेरी महिमा,
शिवनाथ तेरी महिमा,
पंछी पवन सुनाएँ,
नाचे धरा गगन तो,
झूमें दसो दिशाएँ
शिव नाथ तेरी महिमा,
जब तीन लोक गाये॥ॐ॥

मस्तक पे चन्द्र आधा,
है रूप तेरा साधा,
आयी है गंग धारा,
लेकर तेरी जताएं
शिव नाथ तेरी महिमा
शिव नाथ तेरी महिमा,
तारें गगन के गाये,
नाचे धरा गगन तो,
झूमें दसो दिशाएँ
शिव नाथ तेरी महिमा,
जब तीन लोक गाये॥ॐ॥

है प्रेम की सुधा भी,
है रूपचंद्रिका भी,
हो नील कंठ वाले,
कैसे तुझे रिझाये,
शिवनाथ तेरी महिमा,
तारें गगन के गाये,
नाचे धरा गगन तो,
झूमें दसो दिशाएँ
शिव नाथ तेरी महिमा,
जब तीन लोक गाये॥ॐ॥

शिव नाथ तेरी महिमा आ आ,
शिव नाथ तेरी महिमा,
जब तीन लोक गाये,
नाचे धरा गगन तो आ आ,
नाचे धरा गगन तो,
झूमें दसो दिशाएँ,
शिव नाथ तेरी महिमा,
जब तीन लोक गाये॥ॐ॥

33. मानो तो वो शिव शंकर है

मानो तो वो शिव शंकर है,
ना मानो तो पथ्थर प्राणी,
विश्वास है जिनके मन में,
मिलते है उसे शिव दानी,
मानो तो वो शिव शंकर है,
ना मानो तो पथ्थर प्राणी॥ॐ॥

तर्ज – मानो तो मैं गंगा माँ हूँ

युग युग से सब जपते आये,
जिनके नाम की माला,
स्वयं है बैठा ज्योतिर्लिंग में,
शंकर डमरू वाला,
सब वेद पुराण बताते,
शिवलिंग की अमर कहानी,
मानो तो वो शिव-शंकर है,
ना मानो तो पथ्थर प्राणी॥ॐ॥

नर नारी क्या देवी देव भी,
आकर शीश नवाते,
भोले की परिकर्मा करके,
हर हर बम बम गाते,
जिनके चरणों की सेवा,
करती गौरा महाराणी,
मानो तो वो शिव शंकर है,
ना मानो तो पथ्थर प्राणी॥ॐ॥

श्री राम प्रभु भी आकर,
चरणों में फूल चढ़ाये,
इस पथ्थर की पूजा कर वो,
मन वांछित फल पाए,
लंका जीती और मारे,
रावण जैसे अभिमानी,
मानो तो वो शिव-शंकर है,
ना मानो तो पथ्थर प्राणी॥ॐ॥

डमरू वाले की चौखट पर,
कोई भी प्राणी आये,
सच्चे मन से बस एक लौटा,
गंगाजल का चढ़ाये,
‘शर्मा’ कट जाती उसकी,
जीवन भर की परेशानी,
मानो तो वो शिव-शंकर है,
ना मानो तो पथ्थर प्राणी॥ॐ॥

मानो तो वो शिव शंकर है,
ना मानो तो पथ्थर प्राणी,
विश्वास है जिनके मन में,
मिलते है उसे शिव दानी,
मानो तो वो शिव शंकर है,
ना मानो तो पथ्थर प्राणी॥ॐ॥

34. बड़े मतवाले है मेरे भोले बाबा 

बड़े मतवाले है मेरे भोले बाबा,
जटा में जिसके बहे गंगा,
भोले पीते है भंगा,
बड़े मतवाले है मेरे भोले बाबा,
जग से निराले है मेरे भोले बाबा ॥ॐ॥

कर में त्रिशूल साजे,
हाथो में कमण्डल विराजे,
गले में सर्पो की माला,
मस्तक पर चाँद है निराला,
वाघम्बर ओढ़े भस्म रमाये,
श्रिंगी बजाने वाले है,
मेरे भोले बाबा,
जग से निराले है मेरे भोले बाबा ॥ॐ॥

सागर का मंथन कीन्हा,
देवो ने तुमको पुकारा,
चौदह रतन जब निकले,
आपस में किया बटवारा,
अमृत को देवो ने पिया,
विष पिने वाले है,
मेरे भोले बाबा,
विष पिने वाले है,
मेरे भोले बाबा ॥ॐ॥

देवो में सबसे न्यारे,
सारे जग के हो तुम रखवारे,
कर जोड़ भक्त पुकारे,
आ जाओ ओ देव हमारे,
बम बम बम भोले है,
जग से निराले है मेरे भोले बाबा,
बड़े मतवाले है मेरे…॥ॐ॥

जटा में जिसके बहे गंगा,
भोले पीते है भंगा,
बड़े मतवाले है मेरे-भोले बाबा,
जग से निराले है मेरे भोले बाबा ॥ॐ॥

35. गौरा झूला झूल रही भोले नाथ

सावन की बरसै रिमझिम फुंहार,
पेड़ों पे झूलो की लगी कतार,
गौरा झूला झूल रही भोले नाथ संग,
मैयां झूला झूल रही भोले नाथ संग ॥ॐ॥

कुहू कुहकती है कोयल,
पीहू-पीहू पपीहा पुकारेँ,
भोले दानी के दर्शन करने,
भगत हजारो पधारें,
झूलन की रुत है आई,
गौरा झूला झूल रही भोले नाथ संग,
मैयां झूला झूल रही भोले नाथ संग ॥ॐ॥

भोले बाबा के डमरुँ पे,
नंदी गणपत भी झूम रहे हैं,
बादलोँ को भी देखो इन पर,
कैसे मोती बरसा रहे है,
पवन चले पुरवाई,
गौरा झूला-झूल रही भोले नाथ संग,
मैयां झूला झूल रही भोले नाथ संग ॥ॐ॥

देवता भी संग में आज,
हो कर मगन नाँचते हैं,
हाथ जोड़ इनसे,
आशीर्वाद सभ माँगते हैं
महिमा ये ना गाई जाए
गौरा झूला-झूल रही भोले नाथ संग,
मैयां झूला झूल रही भोले नाथ के संग ॥ॐ॥

सावन की बरसै रिमझिम फुंहार,
पेड़ों पे झूलो की लगी कतार,
गौरा झूला झूल-रही भोले नाथ संग,
मैयां झूला झूल रही भोले नाथ संग ॥ॐ॥

36. मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं

मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं
मैं और क्या मांगूं शंकर से
मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं
मैं और क्या मांगूं शंकर से॥ॐ॥

मेरे मन में उनके डेरे हैं
मैं और क्या मांगूं शंकर से
मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं॥ॐ॥

मैंने बहुत बार खायी ठोकर
गिरते को संभाला है उसने
औकात मेरे से ऊपर ही
कितना कुछ दे डाला उसने॥ॐ॥

मेरे पार लगाये बेढे हैं
हर वक़्त वो नेढ़े नेढ़े हैं
मेरे दिन बाबा ने फेडे हैं
मैं और क्या मांगूं शंकर से॥ॐ॥

मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं
मैं और क्या मांगू शंकर से

मैं जब से शिव का भक्त हुआ
मेरे दिल से बिदा हुई नफरत॥ॐ॥

पशु पक्षियों से भी प्रेम हुआ
मासूम सी हो गयी ये फितरत
सब चेहरे उसके चेहरे हैं
उसके ही अँधेरे सवेरे हैं॥ॐ॥

शिव प्रेम ही मुझको घेरे है
मैं और क्या मांगू शंकर से

मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं
मैं और क्या मांगूं शंकर से॥ॐ॥

भोले ने दिया है ये जीवन
भोले के नाम पे है जीवन
रवि राज के दिल में है शंकर
ऐसे ही नहीं चलती धड़कन॥ॐ॥

हर सांस पे उनके पहरे हैं
सब रस्ते उनपे ठहरे हैं
मेरे सब दिन रात सुनहरे हैं
मैं और क्या मांगू शंकर से॥ॐ॥

मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं
मैं और क्या मांगू शंकर से

सिठाता तेरा चोला काला डोरा
ओ शम्भुआ हाथे शोठीयो
सिठाता तेरा चोला काला डोरा
ओ शम्भुआ हाथे शोठीयो
ओ या हे॥ॐ॥

मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं
मैं शिव का हूँ शिव मेरे हैं
मैं और क्या मांगू शंकर से ओ॥ॐ॥

37. हे भोळ्या शंकरा आवड तुला

हे भोळ्या शंकरा हे भोळ्या शंकरा
आवड तुला बेलाची बेलाच्या पानाची
हे भोळ्या शंकरा ..॥ॐ॥

गड्या मध्ये रुद्राक्षाचा माडा
लावितो भस्म कपाडा
आवड तुला बेलाची बेलाच्या पानाची
हे भोळ्या शंकरा ..॥ॐ॥

त्रिशूल डमरू हाती
संगे नाचे पार्वती
आवड तुला बेलाची बेलाच्या पानाची
हे भोळ्या शंकरा ..॥ॐ॥

भोलेनाथ आलो तुमच्या द्वारी
कोठे दिसे ना पुजारी
आवड तुला बेलाची बेलाच्या पानाची
हे भोळ्या शंकरा ..॥ॐ॥

हाता मध्ये घेउन झारी
नंदयावरी करितो सवारी
आवड तुला बेलाची बेलाच्या पानाची
हे भोळ्या शंकरा ..॥ॐ॥

माथ्यावर चंद्राची कोर
गड्या मध्ये सर्पाची हार
आवड तुला बेलाची बेलाच्या पानाची
हे भोळ्या शंकरा ..॥ॐ॥

38. तेरे डमरू की धुन सुनके

तेरे डमरू की धुन सुनके,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ॥ॐ॥

तर्ज – तेरी मुरली की धुन सुनने।

सुना है हमने ओ भोले,
तेरी काशी में मुक्ति है,
उसी मुक्ति को पाने को,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ॥ॐ॥

सुना है हमने ओ भोले,
तेरी काशी में गंगा है,
उसी गंगा में नहाने को,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ॥ॐ॥

सुना है हमने ओ भोले,
तेरी काशी में मंदिर है,
उसी मन्दिर में पूजा को,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ॥ॐ॥

सुना है हमने ओ भोले,
तेरी काशी में भक्ति है,
उसी भक्ति को पाने को,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ॥ॐ॥

तेरे डमरू की धुन सुनके,
मैं काशी नगरी आई हूँ,
मेरे भोले ओ बम भोले,
मैं काशी नगरी आई हूँ॥ॐ॥

39. भोले के कांवड़िया मस्त बड़े मत 

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय !

चली कांवड़ियों की टोली,
सब भोले के हमजोली,
गौमुख से गंगाजल वो लाने वाले हैं,
भोले के कांवड़िया मस्त बड़े मत वाले हैं॥ॐ॥

सब अलग-अलग शहरों से चलकर आते हैं,
कंधे पे उठा के कावड़ दौड़े जाते है !
है कठिन डगर पर ये ना रुकने वाले हैं !
भोले के कांवड़िया मस्त बड़े मत वाले हैं ॥ॐ॥

कोई भांग धतूरा बेल की पत्रि लाए है,
कोई दूध दही मलमल के तिलक लगाए हैं !
यह सब मस्तानी शिव के चाहने वाले हैं !
भोले के कांवड़िया….॥ॐ॥

‘नोधी’ जिद्द छोड़ो कावड़ आप उठा भी लो,
संघ ‘लव’ के शिव भोले की महिमा गावी लो ।
‘सनी’ ‘दीपक’ भी साथ ही जाने वाले हैं !
भोले के कांवड़िया…..॥ॐ॥

40. मेरा भोला है भंडारी

मेरा भोला है भंडारी,
करता नंदी कि सवारी
भोले नाथ रे, ओ शंकर नाथ रे॥
मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी की सवारी,
शम्भुनाथ रे, शंकर नाथ रे॥ॐ॥

भोले भोले भोले भोले…..
महादेवा…. शम्भो॥

सबना दा रखवाला ओ शिवजी,
डमरूवा वाला जी, डमरूवा वाला,
ऊपर कैलाश रेहंदा भोले नाथ जी॥ॐ॥
शम्भो……

धर्मिया जो तारदे शिवजी,
पापिया जो मारदा जी,
पापिया जो मारदा,
बड़ा ही दयाल मेरा भोले अमली॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय शम्भो, ॐ नमः शिवाय॥
ॐ नमः शिवाय शम्भो, ॐ नमः शिवाय॥

महादेवा तेरा डमरू डम डम,
डम डम बजतो जाए रे,
हो….. महादेवा….॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय शंभू, ॐ नमः शिवाय॥
ॐ नमः शिवाय शंभू, ॐ नमः शिवाय॥

सर से तेरे बहती गंगा,
काम मेरा हो जाता चंगा,
नाम तेरा जब लेता॥
महादेवा…. शंभो॥ॐ॥

मां पिया दे घरे ओ गोरा,
महला च रेहंदी जी,
महला च रेहंदी,
विच समसाना रहंदा भोलेनाथ जी॥ॐ॥

कालेया कुंडला वाला,
मेरा भोले बाबा,
किधर कैलाशा तेरा डेरा ओ जी॥ॐ॥

सर पे तेरे ओ गंगा मैया विराजे,
मुकुट पे चंदा मामा ओ जी॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय शंभू, ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

भंग जे पिन्दा ओ शिवजी,
धुनी रमांदा जी,
धुनी रमांदा,
बड़ा ही तपारी मेरा भोले अमली॥ॐ॥

मेरा भोला है भंडारी,
करता नंदी कि सवारी
भोले नाथ रे, ओ शंकर नाथ रे॥ॐ॥

मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी की सवारी,
शम्भुनाथ रे, शंकर नाथ रे॥ॐ॥

गौरा भांग रगड़ के बोली,
तेरे साथ है भूतो की टोली,
मेरे नाथ रे, शम्भु नाथ रें॥ॐ॥

ओ भोले बाबा जी,
दर तेरे मैं आया जी,
झोली खाली लाया जी,
खाली झोली भरदो जी॥ॐ॥

कालेया सर्पा वाला,
मेरा भोले बाबा,
शिखरे कैलाशा विच रहंदा ओ जी॥ॐ॥

भोले भोले भोले भोले…..
महादेवा…. शम्भो
ॐ नमः शिवाय शम्भो, ॐ नमः शिवाय॥
ॐ नमः शिवाय शम्भो, ॐ नमः शिवाय॥

मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी की सवारी,
शम्भुनाथ रे, शंकर नाथ रे॥ॐ॥

41. तेरा पल पल बीता जाए

तेरा पल पल बीता जाए,
मुख से जप ले नमह शिवाय॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।

शिव शिव तुम हृदय से बोलो,
मन मंदिर का परदा खोलो,
तेरा अवसर खाली ना जाए,
मुख से जप ले नमह शिवाय॥ॐ॥

यह दुनिया पंछी का मेला,
समझो उड़ जाना है अकेला,
तेरा तन ये साथ न जाय,
मुख से जप ले नमह शिवाय॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।

मुसाफिरी जब पूरी होगी,
चलने की मजबूरी होगी,
तेरा बिगड़ा प्राण रह जाये,
मुख से जप ले नमह शिवाय॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।

शिव पूजन में मस्त बने जा,
भक्ति सुधा रस पान किये जा,
तु दर्शन विश्वनाथ के पाय,
मुख से जप ले नमह शिवाय॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।

तेरा पल पल बीता जाए,
मुख से जप ले नमह शिवाय॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।

42 *काल क्या करेगा महाकाल के आगे*

काल क्या करेगा महाकाल के आगे,
कर लूँगा दो दो बात मैं,
उस काल के आगे,
वो काल क्या करेगा महाकाल के आगे॥ॐ॥

रुतबा है भोलेनाथ का देवो के है अफ़सर,
बैठे है समाधी में वो गौरा के है हर हर,
चम चम चमकता चन्द्रमा शिव भाल के आगे,
फ़िके पडे सब हार मुंडमाल के आगे,
काल क्या करेगा महाकाल के आगे॥ॐ॥

मार्कण्डेय के गले फास वो यमराज ने डाली,
भोले शंकर ने प्रकट होके उसकी मौत को टाली,
स्वामी है इसकी मौत बारह साल के आगे,
काल की चली नहीं शिव ढाल के आगे,
वो काल क्या करेगा महाकाल के आगे॥ॐ॥

नन्दी को भोलेनथ ने मृत्यु से बचाया,
मृत्यु से बचा के उसे गण अपना बनाया,
झुकता नही शिव भक्त किसी हाल के आगे,
चलती ना कोई चाल उनकी चाल के आगे,
काल क्या करेगा महाकाल के आगे॥ॐ॥

भक्तो को भोलेनाथ मालामाल कर दिया,
खुशियो के खजाने को झोलीयो में भर दिया,
भक्ति बडी ‘कमल’ है मायाजाल के आगे,
प्रेमी लगा ले ध्यान तू सुरताल के आगे,
काल क्या करेगा महाकाल के आगे॥ॐ॥

काल क्या करेगा महाकाल के आगे,
कर लूँगा दो दो बात मैं,
उस काल के आगे,
वो काल क्या करेगा महाकाल के आगे॥ॐ॥

43. ईश्वर सत्य है

ईश्वर सत्य है,
सत्य ही शिव है,
शिव ही सुंदर है,
जागो उठकर देखो,
जीवन ज्योत उजागर है
सत्यम शिवम सुंदरम,
सत्यम शिवम सुंदरम॥ॐ॥

राम अवध में,काशी में शिव,
कान्हा वृन्दावन में,
दया करो प्रभू, देखू इनको,
हर घर के आंगन में,
राधा मोहन शरणम,
सत्यम शिवम सुंदरम॥ॐ॥

एक सूर्य है, एक गगन है,
एक ही धरती माता,
दया करो प्रभू, एक बने सब,
सबका एक से नाता,
राधा मोहन शरणम,
सत्यम शिवम सुंदरम॥ॐ॥

44. आओ महिमा गाए भोले नाथ की

आओ महिमा गाए भोले नाथ की,
भक्ति में खो जाए भोले नाथ की।।

भोले नाथ की जय,
शम्भू नाथ की जय,
गौरी नाथ की जय,
दीना नाथ की जय।
आओ महिमा गाए भोले नाथ की॥ॐ॥

मुख पर तेज है,
अंग भभूती,
गले सर्प की माला,
माथे चन्द्रमा,
जटा में गंगा,
शिव का रूप निराला,
अन्तर्यामी सबका स्वामी,
भक्तो का रखवाला,
तीन लोको में बाट रहा है,
ये दिन रात उजाला,
जय बोलो जय बोलो,
भोले नाथ की,
भक्ति में खो जाए भोले नाथ की॥ॐ॥

भोले नाथ की जय,
शम्भू नाथ की जय,
गौरी नाथ की जय,
दीना नाथ की जय।
आओ महिमा गाए भोले नाथ की॥ॐ॥

पी के भंग तरंग में जब जब,
भोला शंकर आए,
हाथ में अपने डमरू लेकर,
नाचे और नचाये,
जो भी श्रध्दा और भक्ति की,
मन में ज्योत जगाये,
मेरा भोला शंकर उस पर,
अपना प्यार लुटाये,
जय बोलो जय बोलो,
भोले नाथ की,
भक्ति में खो जाए भोले नाथ की॥ॐ॥

भोले नाथ की जय,
शम्भू नाथ की जय,
गौरी नाथ की जय,
दीना नाथ की जय।
आओ महिमा गाए भोले नाथ की॥ॐ॥

भव पार लगते शिव भोले,
बिगड़ी बनाते ये शिव भोले,
कष्ट निवारे ये शिव भोले,
दुःख दूर करे ये शिव भोले,
जय बोलो दीनानाथ की,
जय बोलो गौरीनाथ की,
जय बोलो बद्रीनाथ की,
जय बोलो शम्भूनाथ की॥ॐ॥

है सबसे न्यारे शिव भोले,
है डमरू धरी शिव भोले,
भोले भंडारी शिव भोले,
जय बोलो दीनानाथ की,
जय बोलो गौरीनाथ की,
जय बोलो बद्रीनाथ की,
जय बोलो शम्भूनाथ की,
भव पार लगते शिव भोले,
बिगड़ी बनाते शिव भोले,
कष्ट निवारे शिव भोले,
दुःख दूर करे ये शिव भोले॥ॐ॥

आओ महिमा गाए भोले नाथ की,
भक्ति में खो जाए भोले नाथ की॥ॐ॥

भोले नाथ की जय,
शम्भू नाथ की जय,
गौरी नाथ की जय,
दीना नाथ की जय।
आओ महिमा गाए भोले नाथ की॥ॐ॥

45. भोले मेरी नैया को

भोले मेरी नैया को,
भव पार लगा देना॥ॐ॥

दोहा – भोले मैं तेरे दर पे,
कुछ आस लिए आया हूँ ,
तेरे दर्शन की मन में,
एक प्यास लिए आया हूँ ,
अब छोड़ दिया जग सारा,
सब तोड़ दिए रिश्ते,
विश्वास है भक्ति का,
मन में विश्वास लिए आया हूँ॥ॐ॥

भोले मेरी नैया को,
भव पार लगा देना,
है आपके हाथो में,
मेरी बिगड़ी बना देना॥ॐ॥

तुम शंख बजा करके,
दुनिया को जगाते हो,
डमरू की मधुर धुन,
से सद्मार्ग दिखाते हो,
मैं मूरख सब मेरे,
अवगुण को भुला देना,
भोले मेरी नैय्या को,
भव पार लगा देना॥ॐ॥

दोहा – दुनिया जिसे कहते है,
माया है तुम्हारी,
कण कण में यहाँ शम्भू,
छाया है तुम्हारी,
मेरा तो कुछ भी नहीं है,
ना स्वास है ना धड़कन,
ये प्राण है तुम्हारा,
काया है तुम्हारी॥ॐ॥

हर ओर अँधेरा है,
तूफ़ान ने घेरा है,
कोई राह नहीं दिखती,
एक तुझपे भरोसा है,
एक आस लगी तुझसे,
मेरी लाज बचा लेना,
भोले मेरी नैय्या को,
भव पार लगा देना॥ॐ॥

हे जगदम्बा के स्वामी,
देवादिदेव नमामि,
सबके मन की तुम जानो,
शिव शंकर अंतर्यामी,
दुःख आप मेरे मन का,
महादेव मिटा देना,
भोले मेरी नैय्या को,
भव पार लगा देना॥ॐ॥

दोहा – हे महाकाल तुम्हारे दर पे लोग,
खाली हाथ आते है,
और झोली भर कर जाते है,
कोई बात तो है महाकाल,
तुम्हारे दर्शन में,
तभी तो लाखो लोग,
तुमको शीश झुकाते है॥ॐ॥

महादेव जटा में तुमने,
गंगा को छुपाया है,
माथे पर चन्द्र सजाया,
विषधर लिपटाया है,
मुझे नाथ गले अपने,
महाकाल लगा लेना,
भोले मेरी नैय्या को,
भव पार लगा देना॥ॐ॥

भोले मेरी नैया को,
भव पार लगा देना,
है आपके हाथो में,
मेरी बिगड़ी बना देना॥ॐ॥

46. अब सबकुछ सम्भालो भोलेनाथ 

अब सबकुछ सम्भालो भोलेनाथ,
मैं आया तेरे चरणों में,
तेरे द्वार खड़ा हूँ लाचार,
बस जाओ मेरे कण कण में,
अब सबकुछ संभालो भोलेनाथ,
मैं आया तेरे चरणों में॥ॐ॥

जटा में तेरी गंग की धारा,
गले लिपटाए भोले सर्पो की माला,
त्रिनेत्रों से सबको देखे,
सब कहते उसे त्रिनयन वाला,
बस तुझसे लगाऊं भोले आस,
बस जाओ मेरे कण कण में,

अब सबकुछ संभालो भोलेनाथ,
मैं आया तेरे चरणों में॥ॐ॥

अमृत का मुझे मोह नहीं है,
तू विष दे मुझे वो भी प्रिय है,
शिव के जैसा इस दुनिया में,
और कोई भी दयालु नहीं है,
मेरे दिल में रमा है तेरा नाम,
मैं आया तेरे चरणों में,
अब सबकुछ संभालो भोलेनाथ,
मैं आया तेरे चरणों में॥ॐ॥

अब सबकुछ सम्भालो भोलेनाथ,
मैं आया तेरे चरणों में,
तेरे द्वार खड़ा हूँ लाचार,
बस जाओ मेरे कण कण में,
अब सबकुछ संभालो भोलेनाथ,
मैं आया तेरे चरणों में॥ॐ॥

47. मेरे शम्बू भोले भाले, मेरे बाबा भोले 

बिगड़ी मेरी बना दो, दुःख दर्द सब मिटादो
दुःख सब के हरने वाले, मेरे बाबा भोले भाले
मेरे शम्बू भोले भाले, मेरे बाबा भोले भाले॥ॐ॥

कोई भूल हो गयी हो, मेरे स्वामी माफ़ करना
सेवक हैं हम तो तेरे, तुम दाता हो हमारे॥ॐ॥

दुःख संकटों से बाबा मुश्किल में घिर रहा हूँ
शम्भू मुझे बचालो, मैं शरण में तुम्हारी॥ॐ॥

विषपान कर के तुने देवों को था बचाया
कृपा का दान देकर, निर्बल को बचालो॥ॐ॥

सदीओं से मेरे बाबा, द्वारे तेरे पड़ा हूँ
गोदी में अब उठालो, पड़ा चरणों में तुम्हारे॥ॐ॥

बिगड़ी मेरी बना दो, दुःख दर्द सब मिटादो
दुःख सब के हरने वाले, मेरे बाबा भोले भाले
मेरे शम्बू भोले भाले, मेरे बाबा भोले भाले॥ॐ॥

48. भोली सी सुरत माथे पे चंदा 

भोली सी सुरत माथे पे चंदा,
देखो चमकता जाए,
सदा समाधि में है मगन कहीं,
भोला नजर ना आए,
जब भक्तो को पडे जरुरत,
खुद को रोक ना पाए ॥ॐ॥

सागर मंथन के अवसर पर,
शिवजी विष पी जाए,
पीकर विष की गगरी,
भोला नीलकंठ कहलाये,
कोई भी मांगे बुंद तो,
ये सारा सागर दिखलाए,
शिव की लीला बडी अलग है,
कोई समझ ना पाए.॥ॐ॥

भोली सी सुरत माथे पे चंदा,
देखो चमकता जाए,
सदा समाधि में मगन कही,
भोला नजर ना आए
जब भक्तो को पड़े ज़रूरत,
खुद को रोक ना पाए ॥ॐ॥

शिव अकाम गुण के है,
धाम शिव का ही नाम संयम,
शिवलीला तो है अगाध,
तोडे करमो का बंधन,
शिव शक्ति से अलग नहीं है,
संसार का कण कण,
शिव का नाम लिए मन में,
चलता हूँ मै तो हरदम.॥ॐ॥

भोली सी सुरत-माथे पे चंदा,
देखो चमकता जाए,
सदा समाधि में मगन, कही,
भोला नजर ना आए,
जब भक्तो को पडे जरुरत,
खुद को रोक ना पाए ॥ॐ॥

49. है धन्य तेरी माया जग में

है धन्य तेरी माया जग में,
ओ दुनिया के रखवाले,
शिव शंकर डमरू वाले,
शिव शंकर भोले भाले ॥ॐ॥

तर्ज – जहाँ डाल डाल पर सोने की

जो ध्यान तेरा धर ले मन में,
वो जग से मुक्ति पाए,
भव सागर से उसकी नैया,
तू पल में पार लगाए
संकट में भक्तो में पड़ कर तू,
भोले आप संभाले,
शिव शंकर डमरू वाले॥ॐ॥

है कोई नहीं इस दुनिया में,
तेरे जैसा वरदानी,
नित सुमरिन करते नाम तेरा,
सब संत ऋषि और ज्ञानी,
ना जाने किस पर खुश होकर,
तू क्या से क्या दे डाले,
शिव शंकर डमरू वाले॥ॐ॥

त्रिलोक के स्वामी हो कर भी,
क्या औघड़ रूप बनाए,
कर में डमरू त्रिशूल लिए,
और नाग गले लिपटाये,
तुम त्याग के अमृत पीते हो,
नित प्रेम से विष के प्याले,
शिव शंकर डमरू ॥ॐ॥

तप खंडित करने काम देव,
जब इन्द्र लोक से आया,
और साध के अपना काम बाण,
तुझ पर वो मूरख चलाया,
तब खोल तीसरा नैन भसम,
उसको पल में कर डाले,
शिव शंकर डमरू वाले॥ॐ॥

जब चली कालिका क्रोधित हो,
खप्पर और खडग उठाए,
तब हाहाकार मचा जग में,
सब सुर और नर घबराए,
तुम बीच डगर में सो कर शक्ति,
देवी की हर डाले,
शिव शंकर डमरू वाले॥ॐ॥

अब दृष्टि दया की भक्तो पर,
हे डमरू धर कर देना,
‘शर्मा’ और ‘लख्खा’ की झोली,
भोले शंकर भर देना,
अपना ही सेवक जान हमे भी,
चरणों में अपना ले,
शिव शंकर डमरू वाले॥ॐ॥

नमामि शंकर, नमामि हर हर,
नमामि देवा महेश्वरा,
नमामि पारब्रह्म परमेश्वर,
नमामि भोले दिगम्बर॥ॐ॥

है धन्य तेरी माया जग में,
ओ दुनिया के रखवाले,
शिव शंकर डमरू वाले,
शिव शंकर भोले भाले ॥ॐ॥

50. आ लौट के आजा भोलेनाथ

आ लौट के आजा भोलेनाथ
तुझे माँ गौरा बुलाती है
तेरा सुना पड़ा रे कैलाश
तुझे माँ गौरा बुलाती है
आ लौट के आजा भोलेनाथ
तुझे माँ गौरा बुलाती है॥ॐ॥

अंगो पे विभूति गले में माला
पहने है शंकर भोला
तुम हो सबका पालन हार
तुझे माँ गौरा बुलाती है
आ लौट के आजा भोलेनाथ
तुझे माँ गौरा बुलाती है॥ॐ॥

माथे पे चंदा जटा में गंगा
जटा से बहती धारा
सबका करता तू बेडा पार
तुझे माँ गौरा बुलाती है
आ लौट के आजा भोलेनाथ
तुझे माँ गौरा बुलाती है॥ॐ॥

हाथो में डमरू पास में त्रिशूल
नंदी पे करता सवारी
सबका तू है पालनहार
तुझे माँ गौरा बुलाती है
आ लौट के आजा भोलेनाथ
तुझे माँ गौरा बुलाती है ॥ॐ॥

51. मेरा भोला है भंडारी करे नंदी

भोले भोले.. महादेवा..
सबना दा रखवाला ओ शिवजी
डमरूवाला जी डमरू वाला
उपर कैलाश रहंदा भोले नाथजी…॥ॐ॥

धर्मियो जो तारदे शिवजी
पापिया जो मारदा जी पापिया जो मारदा
बड़ा ही दयाल मेरा भोले अमली॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय शम्भु ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय शम्भु ॐ नमः शिवाय

महादेव तेरा डमरू डम डम,
डम डम बजतो जाये रे हो महादेवा…
ॐ नमः शिवाय शम्भु॥ॐ॥

सर से तेरी बेहती गंगा काम मेरा हो जाता चंगा
नाम तेरा जब लेता ता ता ता महादेवा…॥ॐ॥

मां पियादे घरे ओ गोरा
महला च रहन्दी जी महला च रेहन्दी
विच सम्साना राहंदा भोले नाथ जी॥ॐ॥

कालेया कुंडला वाला मेरा भोले बाबा
किधर कैलाश तेरा डेरा ओ जी…
सर पे तेरे ओं गंगा मैया विराजे
मुकुट पे चंदा मामा ओं जी
ॐ नमः शिवाय शम्भु ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

भंग जे पिन्दा ओं शिवजी
धुनी रमान्दा जी धुनी रमान्दा
बड़ा ही तपारी मेरा भोले अमली॥ॐ॥

मेरा भोला है भंडारी करता नंदी की सवारी
भोलेनाथ रे ओं शंकर नाथ रे॥ॐ॥

गौरा भांग रगड़ के बोली
तेरे साथ है भूतो की टोली
मेरे नाथ रे शम्भू नाथ रे॥ॐ॥

ओं भोले बाबा जी दर तेरे मै आया जी
झोली खाली लाया जी खाली झोली भरदो जी॥ॐ॥

कालिया सर्पा वाला मेरा भोले बाबा
शिखरे कैलाशा विच रहंदा ओं जी
ॐ नमः शिवाय शम्भु ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

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