हे महादेव मेरी लाज रहे | शंकर जी के भजन लिखे हुए

हे महादेव मेरी लाज रहे | शंकर जी के भजन लिखे हुए

हे महादेव मेरी लाज रहे |
मेरी लाज रहे, तेरा राज रहे ॥ॐ॥

जहर कंठ में, नाग गले में, आग नयन में,
फिर भी अमृत तुम्ही लुटाते, इस त्रिभुवन में |
आज भगत पर भीड़ पड़ी है, फिर तुम कहाँ विराज रहे ॥ॐ॥

नाथ बता दो इस मन्दिर में, विश्वनाथ हो,
आज दिखा दो कोई ना जिसका, उसके साथ हो |
रही गरीबी भगतो की फिर, कैसे गरीब निवाज रहे ॥ॐ॥

भेट धरुं क्या, राम भक्त से, रामायण लो,
नारायण की अमर कथा को, नारायण लो |
राम सखा तुम, राम दास मै, कुछ तो नाथ लिहाज रहे ॥ॐ॥

 

 

shiv ji ke bhajan जब भोले भक्तों के बीच बजते हैं, तो वे उन्हें अद्भुत आनंद देते हैं। भोले शंकर की महिमा गाते हुए, शिव चर्चा गीत भजन उनकी महिमा को यादगार बनाते हैं।

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