भोले बाबा के भजन लिखित में || shiv ji ke bhajan

भोले बाबा के भजन लिखित में || shiv ji ke bhajan

1. सुबह सुबह ले शिव का नाम

सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे यह शुभ काम
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ॥ॐ॥

खुद को राख लपेटे फिरते, औरों को देते धन धाम
देवो के हित विष पी डाला, नील कंठ को कोटि प्रणाम
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ॥ॐ॥

शिव के चरणों में मिलते सारी तीरथ चारो धाम
करनी का सुख तेरे हाथों, शिव के हाथों में परिणाम
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ॥ॐ॥

शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे प्रभु आठों याम
शिव को भजले सुख पायेगा, मन को आएगा आराम
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ॥ॐ॥

2. शिव शंकर को जिसने पूजा

शिव शंकर को जिसने पूजा,
उसका ही उद्धार हुआ ।
अंत काल को भवसागर में,
उसका बेडा पार हुआ ॥ॐ॥

भोले शंकर की पूजा करो,
ध्यान चरणों में इसके धरो ।
हर हर महादेव शिव शम्भू,
हर हर महादेव शिव शम्भू ।
हर हर महादेव शिव शम्भू…॥ॐ॥

डमरू वाला है जग में दयालु बड़ा
दीन दुखियों का देता जगत का पिता
सब पे करता है ये भोला शंकर दया
सबको देता है ये आसरा ॥ॐ॥

इन पावन चरणों में अर्पण,
आकर जो इक बार हुआ,
अंतकाल को भवसागर में,
उसका बेडा पार हुआ,
हर हर महादेव शिव शम्भू,
हर हर महादेव शिव शम्भू ।
हर हर महादेव शिव शम्भू…॥ॐ॥

नाम ऊँचा है सबसे महादेव का,
वंदना इसकी करते है सब देवता ।
इसकी पूजा से वरदान पातें हैं सब,
शक्ति का दान पातें हैं सब॥ॐ॥

नाथ असुर प्राणी सब पर ही,
भोले का उपकार हुआ ।
अंत काल को भवसागर में,
उसका बेडा पार हुआ॥ॐ॥

शिव शंकर को जिसने पूजा,
उसका ही उद्धार हुआ ।
अंत काल को भवसागर में,
उसका बेडा पार हुआ ॥ॐ॥

भोले शंकर की पूजा करो,
ध्यान चरणों में इसके धरो ।
हर हर महादेव शिव शम्भू
हर हर महादेव शिव शम्भू ।
हर हर महादेव शिव शम्भू…॥ॐ॥

3. ओम जय शिव ओंकारा

ओम जय शिव ओंकारा।
प्रभु हर शिव ओंकारा॥ॐ॥

ओम जय शिव ओंकारा।
प्रभु हर शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

एकानन चतुरानन, पंचानन राजे।
स्वामी (शिव) पंचानन राजे।
हंसासन गरूड़ासन, वृषवाहन साजे॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

दोभुज चार चतुर्भुज, दशभुज अति सोहे।
स्वामी दशभुज अति सोहे।
तीनो रूप निरखते, त्रिभुवन जन मोहे॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

अक्षमाला वनमाला, मुण्डमाला धारी।
स्वामी मुण्डमाला धारी।
त्रिपुरारी कंसारी, कर माला धारी॥
(चन्दन मृगमद सोहे, भाले शशि धारी॥)
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

श्वेतांबर पीतांबर, बाघंबर अंगे।
स्वामी बाघंबर अंगे।
सनकादिक गरुडादिक, भूतादिक संगे॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

करमध्येन कमंडलु, चक्र त्रिशूलधारी।
स्वामी चक्र त्रिशूलधारी।
सुखकर्ता दुखहर्ता, जग-पालन करता॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव, जानत अविवेका।
स्वामी जानत अविवेका।
प्रणवाक्षर ओम मध्ये, ये तीनों एका॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

काशी में विश्वनाथ विराजत, नन्दो ब्रह्मचारी।
स्वामी नन्दो ब्रह्मचारी।
नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

त्रिगुण स्वामीजी की आरती, जो कोइ नर गावे।
स्वामी जो कोइ नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी , मन वांछित फल पावे॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

ओम जय शिव ओंकारा।
प्रभु हर शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

ओम जय शिव ओंकारा।
प्रभु हर शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥
॥ओम जय शिव ओंकारा॥ॐ॥

4. अजब है तेरी माया

दोहा – ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे,
ऊँचा है तेरा धाम,
हे कैलाश के वासी भोले,
हम करते है तुझे प्रणाम॥ॐ॥

अजब है तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

अद्भुत है संसार यहाँ पर,
कई भूलेखे है,
तरह तरह के खेल जगत में,
हमने देखे है,
तू है भाग्य विधाता तेरे,
लेख सुलेखे है,
तू लिखने वाला है ये सब,
तेरे लेखे है,
अजब हैं तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

पारब्रह्म परमेश्वर तू है,
हर कोई माने रे,
सब तेरे बालक है क्या,
अपने बेगाने रे,
तू अंतर्यामी सबकी,
पीड़ा पहचाने रे,
सबके ही हृदय में बैठा,
घट घट की जाने रे,
अजब हैं तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

हे योगेश्वर योग से तुने,
जगत बनाया है,
तन पे तूने भस्म रमा के,
अलख जगाया है,
कही धुप के रंग सुनहरे,
कही पे छाया है,
तूने किया है वही जो तेरे,
मन को भाया है,
अजब हैं तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

अजब है तेरी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
गजब का खेल रचाया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

5. एक दिन वो भोला भंडारी

एक दिन वो भोला भंडारी,
बनकर सुन्दर नारी,
गोकुल में आ गए हैं।
पार्वती ने मना किया तो,
ना माने त्रिपुरारी,
बिरज में आ गए हैं॥ॐ॥

तर्ज – मिलो न तुम तो हम।

पार्वती से बोले भोले,
मैं भी चलूँगा तेरे संग मैं,
राधा संग श्याम नाचे,
मैं भी नाचूँगा तेरे संग में,
रास रचेगा ब्रज मैं भारी,
मुझे दिखाओ प्यारी,
बिरज में आ गए हैं॥ॐ॥

ओ मेरे भोले स्वामी,
कैसे ले जाऊं अपने साथ में,
मोहन के सिवा वहां,
कोई पुरुष ना जाए रास में
हंसी करेगी ब्रज की नारी,
मानो बात हमारी,
वृंदावन आ गए हैं॥ॐ॥

ऐसा सजा दो मुझे,
कोई ना जाने इस राज को,
मैं हूँ सहेली तेरी,
ऐसा बताना ब्रज राज को,
बना के जुड़ा पहन के साड़ी,
चाल चले मतवाली,
गोकुल में आ गए हैं॥ॐ॥

देखा मोहन ने ऐसा,
समझ गये वो सारी बात रे,
ऐसी बजाई बंसी,
सुध बुध भूले भोलेनाथ रे,
खिसक गयी जब सर से साड़ी,
मुस्काये गिरधारी,
बिरज में आ गए हैं॥ॐ॥

एक दिन वो भोला भंडारी,
बनकर सुन्दर नारी,
गोकुल में आ गए हैं।
पार्वती ने मना किया तो,
ना माने त्रिपुरारी,
बिरज में आ गए हैं॥ॐ॥

6. हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ

हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ,
श्लोक – शिव नाम से है,
जगत में उजाला,
हरी भक्तो के है,
मन में शिवाला॥ॐ॥

हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ,
तीनो लोक में तू ही तू,
श्रद्धा सुमन मेरा, मन बेल-पतरी,
जीवन भी अर्पण कर दूँ,
हे शम्भु बाबा मेरे भोले नाथ॥ॐ॥

जग का स्वामी है तू,
अंतरयामी है तू,
मेरे जीवन की,
अनमिट कहानी है तू,
तेरी शक्ति अपार,
तेरा पावन है द्वार,
तेरी पूजा ही मेरा जीवन आधार,
धुल तेरे चरणों की लेकर
जीवन को साकार किया,
हे शम्भु बाबा मेरे भोले नाथ॥ॐ॥

मन में है कामना,
कुछ मैं और जानू ना,
ज़िन्दगी भर करू तेरी आराधना,
सुख की पहचान दे,
तू मुझे ज्ञान दे,
प्रेम सब से करूँ ऐसा वरदान दे,
तुने दिया बल निर्बल को,
अज्ञानी को ज्ञान दिया,
हे शम्भु बाबा मेरे भोले नाथ॥ॐ॥

हे शम्भु बाबा मेरे भोले नाथ,
तीनो लोक में तू ही तू,
श्रद्धा सुमन मेरा, मन बेल-पतरी,
जीवन भी अर्पण कर दूँ,
हे शम्भु बाबा मेरे भोले नाथ॥ॐ॥

7. ऐसी सुबह ना आए आए

श्लोक – शिव है शक्ति,
शिव है भक्ति,
शिव है मुक्ति धाम,
शिव है ब्रह्मा,
शिव है विष्णु,
शिव है मेरा राम॥ॐ॥

ऐसी सुबह ना आए,
आए ना ऐसी शाम,
जिस दिन जुबाँ पे मेरी,
आए ना शिव का नाम॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।

मन मंदिर में वास है तेरा,
तेरी छवि बसाई,
प्यासी आत्मा बनके जोगन,
तेरी शरण में आई,
तेरे ही चरणों में पाया,
मैंने ये विश्राम,
ऐसी सुबह ना आए,
आए ना ऐसी शाम॥ॐ॥

तेरी खोज में न जाने,
कितने युग मेरे बीते,
अंत में काम क्रोध मद हारे,
हे भोले तुम जीते,
मुक्त किया तूने प्रभु मुझको,
शत शत है प्रणाम,
ऐसी सुबह ना आए,
आए ना ऐसी शाम॥ॐ॥

सर्व कला संम्पन तुम्ही हो,
हे मेरे परमेश्वर,
दर्शन देकर धन्य करो अब,
हे त्रिनेत्र महेश्वर,
भव सागर से तर जाउंगा,
लेकर तेरा नाम,
ऐसी सुबह ना आए,
आए ना ऐसी शाम॥ॐ॥

ऐसी सुबह ना आए आए ना ऐसी शाम,
जिस दिन जुबाँ पे मेरी,
आए ना शिव का नाम॥ॐ॥

8. मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा

– दोहा –
सत्य है ईश्वर शिव है जीवन,
सुन्दर ये संसार है तीनों लोक है,
तुझमे तेरी माया अपरम्पार है॥ॐ॥

ओम नमः शिवाय नमो,
ओम नमः शिवाय नमो,

मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा,
शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा,
बोल सत्यम शिवम बोल तू सुन्दरम,
मन मेरे शिव की महिमा के गुण गाये जा॥ॐ॥

पार्वती जब सीता बन कर,
जय श्री राम के सम्मुख आई,
राम उनको माता कहकर,
शिव शंकर की महिमा गाई,
शिव भक्ति में सब कुछ सूझा,
शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा,
बोल सत्यम शिवम बोल तू सुन्दरम,
मन मेरे शिव की महिमा के गुण गाये जा॥ॐ॥

तेरी जटा से निकली गंगा,
और गंगा ने भीष्म दिया है,
तेरे भक्तों की शक्ति ने,
सारे जगत को जीत लिया है,
तुझको सब देवोँ ने पूजा,
शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा,
बोल सत्यम शिवम बोल तू सुन्दरम,
मन मेरे शिव की महिमा के गुण गाये जा॥ॐ॥

मन मेरा मंदिर शिव मेरी पुजा,
शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा,
बोल सत्यम शिवम बोल तू सुन्दरम,
मन मेरे शिव की महिमा के गुण गाये जा॥ॐ॥

ओम नमः शिवाय नमो,
ओम नमः शिवाय नमो॥ॐ॥

9. *सुबह सुबह ले शिव का नाम*

सुबह सुबह ले शिव का नाम,
कर ले बन्दे यह शुभ काम,
सुबह सुबह लें शिव का नाम,
शिव आयेंगे तेरे काम॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय , ॐ नमः शिवाय

खुद को राख लपेटे फिरते,
औरो को देते धन धाम,
देवो के हित विष पी डाला,
नील कंठ को कोटि प्रणाम,
नील कंठ को कोटि प्रणाम,
सुबह-सुबह लें शिव का नाम,
शिव आयेंगे तेरे काम॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय , ॐ नमः शिवाय

शिव के चरणों में मिलते है,
सारे तीरथ चारो धाम,
करनी का सुख तेरे हाथों,
शिव के हाथों में परिणाम,
शिव के हाथों में परिणाम,
सुबह-सुबह लें शिव का नाम,
शिव आयेंगे तेरे काम॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय , ॐ नमः शिवाय

शिव के रहते कैसी चिंता,
साथ रहे प्रभु आठों याम,
शिव को भजले सुख पायेगा,
मन को आएगा आराम,
मन को आएगा आराम,
सुबह-सुबह लें शिव का नाम,
शिव आयेंगे तेरे काम॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय , ॐ नमः शिवाय

सुबह सुबह ले शिव का नाम,
कर ले बन्दे यह शुभ काम,
सुबह-सुबह लें शिव का नाम,
शिव आयेंगे तेरे काम॥ॐ॥

9. मन शिव में ऐसे रमा है

मन शिव में ऐसे रमा है,
ये भूल गए हम कहा है,
सारा जग शिव मय दिखता है,
अम्बर शिव धरती उमा है,
मन शिव में ऐसे रमा है॥ॐ॥

जब ध्यान में आते है शिव जी,
मुझे अद्भुत शांति मिलती है,
में दिखला नही सकता जग को,
जो मन में ज्योति जलती है,
जब भूल कोई हो जाती है,
शिव करते मुझको क्षमा है,
सारा जग शिव मय दिखता है,
अम्बर शिव धरती उमा है,
मन शिव मे ऐसे रमा है॥ॐ॥

शिव भक्ति का आनदं मधुर,
कोई वर्णन कर ना पाते है,
ये वो ही जाने भक्त यहाँ,
जो शंम्भूमय हो जाते है,
जैसी मूरत मन में दिखती है,
उसकी ना कोई उपमा है,
सारा जग शिव मय दिखता है,
अम्बर शिव धरती उमा है,
मन शिव मे ऐसे रमा है॥ॐ॥

शिव की महानता अति उदार,
जो पूजे वो पा जाते है,
जिस पे हो शिव शम्भू की कृपा,
वो प्राणी अम्र पद पाते है,
भक्तो के हेतु बन बैठे शिव,
पाषाण की एक प्रतिमा है,
सारा जग शिव मय दिखता है,
अम्बर शिव धरती उमा है,
मन शिव में ऐसे रमा है॥ॐ॥

10. बम बम ल़हरी

बम बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
श्लोक
शेष नाग को गलपता कियो,
शंकर गए कैलाश,
अखण्ड तपस्या धारण की,
जय जय जय भोले नाथ॥ॐ॥

शिव समान दाता नही,
विपत निवारण हार,
अब लज्जा मोरी राखियो,
शिव नंदी के असवार॥ॐ॥

बम बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी,
बम-बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

गंगा जी नि धारा बोले,
घटो घट माहि बोले,
गंगा जी नि धारा बोले,
घटो घट माहि बोले,
शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,
बम-बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

नारद नी विणा बोले,
शंकर नो डमरू बोले,
नारद नी विणा बोले,
शंकर नो डमरू बोले,
शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,
बम-बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

श्याम तेरी बंसी बोले,
मीरा नो एक तारो बोले,
श्याम तेरी बंसी बोले,
मीरा नो एक तारो बोले,
शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,
बम-बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

ब्रह्मा जी ना वेद बोले,
अंतर ना भेद खोले,
ब्रह्मा जी ना वेद बोले,
अंतर ना भेद खोले,
शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,
बम-बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

नरसिंहो केदारो बोले,
संगे किरतारो बोले,
नरसिंहो केदारो बोले,
संगे किरतारो बोले,
शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,
बम-बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

नादपंतो न संतो बोले,
शिवालय ना मंत्रो बोले,
नादपंतो न संतो बोले,
शिवालय ना मंत्रो बोले,
शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,
बम बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

सोरठ नी शिवरात्रि बोले,
अमरनाथ ना यात्री बोले,
सोरठ नी शिवरात्रि बोले,
अमरनाथ ना यात्री बोले,
शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,
बम-बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

पाताले शेष नाग बोले,
नवे पुर ना नाग बोले,
पाताले शेष नाग बोले,
नवे पुर ना नाग बोले,
शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,
बम बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

तू तो मंत्रा रे जपि ले शिव नाम रो,
तू तो धुना रे मचावि ले शिव नाम नी॥ॐ॥

बम बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी,
बम बम ल़हरी,
शिव शिव ल़हरी,
सब गायें…
अगड़ बम शिव ल़हरी॥ॐ॥

11. ॐ नमः शिवाय बोलो 

ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय,
शिव शंभू का महामंत्र है, मुक्ति का उपाय,
ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

जब-जब डोले जीवन नैया शिव की महिमा गाओ,
सारे जग के हैं वो रचैया शिव की शरण में आओ,
संकट आये कष्ट रुलाए जब जब जी घबराए,
ॐ नमः शिवाय, बोलो ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

सबसे प्यारे सबसे न्यारे बाबा भोले भाले हैं,
भांग धतूरे की मस्ती में रहते मस्त निराले हैं,
बम बम भोले कहते जाओ जो दम आए जाए,
ॐ नमः शिवाय, बोलो ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

आधा चंदा माथे सोहे गल सर्पों की माला,
तेजधारी के तेज से पाए सारा जग उजियाला,
डम डम डमरू बोले शिव का सातों सुर दोहराए,
ॐ नमः शिवाय, बोलो ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

विपदा छायी राम पे भारी शिव-शक्ति का जाप किया,
बजरंगी की शक्ति बनके राम का शिव ने साथ दिया,
रामेश्वर की पूजा करते राम यही फरमाये,
ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

शिव शंभू का महामंत्र है, मुक्ति का उपाय,
ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय॥ॐ॥

12. गंगा धारा शिव गंगा धारा

ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय
नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय..॥ॐ॥

गंगा धारा शिव गंगा धारा
हर हर बोले नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय
नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय…॥ॐ॥

सबसे बड़ा तेरा है दरबार
तू ही मेरा पालनहार
पालन करे तू रक्षा करे
तू हमरी है सरकार…॥ॐ॥

ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय
नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हर हर बोले नमः शिवाय….॥ॐ॥

13. मेरे घर के आगे भोलेनाथ

मेरे घर के आगे भोलेनाथ,
तेरा मंदिर बन जाये,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

जब आरती हो तेरी,
मुझे घंटी सुनाई दे,
मुझे रोज़ सवेरे भोलेनाथ,
तेरी सूरत दिखाई दे,
जब भजन करे मिलकर,
रस कानो में घुल जाए,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

आते जाते बाबा तुमको,
मै प्रणाम करु,
जो मेरे लायक हो,
कुछ ऐसा काम करु,
तेरी सेवा करने से,
मेरी किस्मत खुल जाए,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

नजदीक रहेंगे तो,
आना जाना होगा,
हम भक्तो का बाबा,
मिलना झुलना होगा,
सब साथ रहे बाबा,
जल्दी वो दिन आये,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

मेरे घर के आगे भोलेनाथ,
तेरा मंदिर बन जाये,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

14. मेरे घर के आगे भोलेनाथ

मेरे घर के आगे भोलेनाथ,
तेरा मंदिर बन जाये,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

जब आरती हो तेरी,
मुझे घंटी सुनाई दे,
मुझे रोज़ सवेरे भोलेनाथ,
तेरी सूरत दिखाई दे,
जब भजन करे मिलकर,
रस कानो में घुल जाए,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

आते जाते बाबा तुमको,
मै प्रणाम करु,
जो मेरे लायक हो,
कुछ ऐसा काम करु,
तेरी सेवा करने से,
मेरी किस्मत खुल जाए,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

नजदीक रहेंगे तो,
आना जाना होगा,
हम भक्तो का बाबा,
मिलना झुलना होगा,
सब साथ रहे बाबा,
जल्दी वो दिन आये,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

मेरे घर के आगे भोलेनाथ,
तेरा मंदिर बन जाये,
जब खिड़की खोलू तो,
तेरा दर्शन हो जाये॥ॐ॥

15. कौन है वो कौन है वो

कौन है वो कौन है वो,
कहाँ से वो आया,
चारों दिशाओ में तेज़ सा वो छाया,
उसकी भुजाएं बदले कथाएँ,
भागीरथी तेरी तरफ शिव जी चले,
देख जरा ये विचित्र माया॥ॐ॥

जटा कटाह संभ्रम भ्रमन्निलिम्प निर्झरी,
विलोलवीचि वल्लरी विराजमान मूर्धनि,
धगद् धगद् धगज्ज्वलल् ललाट पट्ट पावके,
किशोर चन्द्र शेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम॥ॐ॥

कौन है वो कौन है वो,
कहाँ से वो आया,
चारों दिशाओ में तेज़ सा वो छाया,
उसकी भुजाएं बदले कथाएँ,
भागीरथी तेरी तरफ शिव जी चले,
देख जरा ये विचित्र माया॥ॐ॥

धरा धरेन्द्र नंदिनी विलास बन्धु बन्धुरस्,
फुरद् ध्रुगन्त सन्तति प्रमोद मान मान से,
कृपा कटाक्ष धारणी निरुद्ध दुर्धरापदि,
क्वचिद् दिगम्बरे मनो विनोदमेदु वस्तुनि॥ॐ॥

लता भुजङ्ग पिङ्गलस् फुरत्फणा मणिप्रभा,
कदम्ब कुङ्कुमद्रवप् रलिप्तदिग्व धूमुखे,
मदान्ध सिन्धुरस् फुरत् त्वगुत्तरीयमे दुरे,
मनो विनोद मद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि॥ॐ॥

कौन है वो कौन है वो,
कहाँ से वो आया,
चारों दिशाओ में तेज़ सा वो छाया,
उसकी भुजाएं बदले कथाएँ,
भागीरथी तेरी तरफ शिव जी चले,
देख जरा ये विचित्र माया॥ॐ॥

16. बम बम बम मेरे भोले भंडारी

बम बम बम मेरे भोले भंडारी,
बम बम बम मेरे भोले भंडारी,
भोले भंडारी मैं हूँ तेरा पुजारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरे भोले भंडारी॥ॐ॥

तर्ज – आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा।

भोलेनाथ की जय,
हो ओ ओ दीनानाथ की जय,
जय शिवशंकर,
जय जय भोले,
जय हो बद्रीनाथ,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी॥ॐ॥

नैन मेरे पूजा के दीपक,
मन है मेरा शिवाला,
तूने अपने रंग में मेरे,
जीवन को रंग डाला॥ॐ॥

नैन मेरे पूजा के दीपक,
मन है मेरा शिवाला,
तूने अपने रंग में मेरे,
जीवन को रंग डाला,
तेरे जैसा ना ही कोई,
तेरे जैसा ना ही कोई,
पर उपकारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी॥ॐ॥

शिव शंकर कैलाश पति,
तू है त्रिलोकी नाथ,
तेरी कृपा हुए तो देखी,
जीवन की प्रभात॥ॐ॥

शिव शंकर कैलाश पति,
तू है त्रिलोकी नाथ,
तेरी कृपा हुए तो देखी,
जीवन की प्रभात,
अब ना मिलेगी कोई,
अब ना मिलेगी कोई,
रैन अंधियारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी॥ॐ॥

डूब के भक्ति की गंगा में,
मुझको मिला किनारा,
ये तेरा उपकार है तूमने,
मुझको दिया सहारा॥ॐ॥

डूब के भक्ति की गंगा में,
मुझको मिला किनारा,
ये तेरा उपकार है तूमने,
मुझको दिया सहारा,
ओ बनके रहूँगा तेरे,
बनके रहूँगा तेरे,
दर का भिखारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी॥ॐ॥

बम बम बम मेरे भोले भंडारी,
बम बम बम मेरे भोले भंडारी,
भोले भंडारी मैं हूँ तेरा पुजारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरे भोले भंडारी॥ॐ॥

जय महादेव, देवादिदेव,
जय शिवशंकर, जय सोमेश्वर,
जय कैलाशी, जय सुखराशि,
जय जय भोले, जय रामेश्वर,
जय कामारी,जय त्रिपुरारी
भव भय हारी, जय मल्लेश्वर,
जय विश्वम्भर, जय वैधनाथ,
जय विशात्मन, प्रभु विश्वनाथ,
जय नीलकंठ, जय गौरीपति,
जय लोकनाथ, जय सोमनाथ,
जय मुक्तेश्वर, जय अमरनाथ,
जय योगेश्वर, जय नागेश्वर,
जय उमानाथ, जय भैरवनाथ,
ॐ नमः शिवाय नमो॥ॐ॥

17. नगर में जोगी आया

श्लोक – ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे भोलेनाथ,
ऊँचा है तेरा धाम,
ओ कैलाश वाले,
ओ परशुराम वाले भोलेबाबा,
हम सब करते है तुझे प्रणाम॥ॐ॥

अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर में जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

अंग भभूत गले बिन्दमाला,
शेष नाग लिप्टायो,
माथे तिलक भाल चन्द्रमा,
घर घर अलख जगायो॥ॐ॥

अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर मे जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

ले भिक्षा निकली नंन्दरानी,
कंचन थाल सजायौ,
ले भिक्षा ने जाओ जोगी,
मेरो लाल डरायो॥ॐ॥

अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर मे जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

ना चाहिए तेरी दौलत दुनिया,
ना ही कंचन माया,
अपने लाल का दरश करा दे,
मै दर्शन को आया॥ॐ॥

अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर मे जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

तीन लोक का कर्ता धर्ता,
तेरी गोद में आया,
सूरदास बलिहारी कन्हैया,
यशोमति गोद खिलाया॥ॐ॥

अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर मे जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ॥ॐ॥

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