नाचने वाले भजन लिरिक्स | Naachne wale gane

नाचने वाले भजन लिरिक्स

1. जब से देखा तुम्हे जाने क्या हो गया लिरिक्स

 

जब से देखा तुम्हे, जाने क्या हो गया,
ए खाटू वाले श्याम मैं तेरा हो गया ॥ॐ॥

तू दाता है तेरा पुजारी हूँ मैं,
तेरे दर का ए बाबा भिखारी हूँ मैं ।
तेरी चौखट पे दिल है मेरा खो गया,
ए मुरली वाले श्याम मैं तेरा हो गया ॥ॐ॥

जब से मुझको ए श्याम तेरी भक्ति मिली,
मेरे मुरझाए मन में हैं कालिया खिली ।
जो ना सोचा कभी था वाही हो गया,
ए खाटू वाले श्याम मैं तेरा हो गया ॥ॐ॥

तेरे दरबार की वाह अजब शान है,
जो भी देखे वो ही तुझपे कुर्बान है ।
तेरी भक्ति का मुझको नशा हो गया,
ए खाटू वाले श्याम मैं तेरा हो गया ॥ॐ॥

‘शर्मा’ जब तेरी झांकी का दर्शन किया,
तेरे चरणो में तन मन यह अर्पण किया ।
इक दफा तेरी नगरी में जो भी गया,
ए मुरली वाले श्याम मैं तेरा हो गया ॥ॐ॥

2. नैनन में श्याम समायो रोग लगाया कान्हा ने लिरिक्स

 

नैनन में श्याम समायो, रोग लगाया कान्हा ने,
मैं सुध भुध भूली सारी, रोग लगायो कान्हा ने,
नैनन में, नैनन में,
नैनन में श्याम समायो,रोग लगाया कान्हा ने,॥ॐ॥

जबसे देखि तेरी सूरत, दुनिया नजर ना आवे,
अधरंग में मेरे श्याम श्याम है, तू ही प्यास बुझावे,
नैनन में, नैनन में,
नैनन में श्याम समायो, रोग लगाया कान्हा ने,॥ॐ॥

तेरी अँखियाँ देख मरी मैं, तू कान्हा चित चोर,
तुम को जबसे देखा मैंने, ढूँढू मैं चहुँ और,
नैनन में, नैनन में,
नैनन में, श्याम समायो, रोग लगाया कान्हा ने,॥ॐ॥

कान्हा ऐसी रहमत करदो, जीवन में प्रकाश हो,
शैलेन्द्रर तुम से बतलाये, पूरी मेरी आस हो,
मेरे जीवन संग प्रकाश, चमक चंदा और तारो में,
नैनन में, नैनन में,॥ॐ॥
नैनन में श्याम समायो, रोग लगाया कान्हा ने,
नैनन में श्याम समायो, रोग लगाया कान्हा ने,
मैं सुध भुध भूली सारी, रोग लगायो कान्हा ने,॥ॐ॥

3. नी मैं नचना मोहन दे नाल आज मैनु नच लेन दे लिरिक्स

 

नी मैं नचना मोहन दे नाल आज मैनु नच लेन दे॥

1, दुनिया तो मैं नचैया बथेरा, फिर भी ना कोई बनया मेरा
नी मैं की करना संसार आज मैनु नच लेन दे,
नी मैं नचना मोहन दे नाल आज मैनु नच लेन ॥ॐ॥

2, हुन मैं किसी कोलो नहीं डरना, जो मन आये सो योनि मैं करना
मेरा मुरली वाला यार, आज मैनु नच लेन दे॥
नी मैं नचना मोहन दे नाल आज मैनु नच लेन दे॥ॐ॥

3, पैरा दे विच घुँघरू बनके, अपने श्याम दी जोगन बन के,
अखां ला लईया उसदे नाल, आज मैनु नच लेन दे,
नी मैं नचना मोहन दे नाल आज मैनु नच लेन दे॥ॐ॥

4, वृंदावन विच जावांगी मैं भी,वृंदावन विच जावांगी मैं भी,
प्यार मोहन दा पावगी मैं भी, प्यार मोहन दा पावगी मैं भी,
जग रुसजाये लख बार, आज मैनु नच लेन दे,
नी मैं नचना मोहन दे नाल आज मैनु नच लेन दे॥ॐ॥

नी मैं नचना मोहन दे नाल आज मैनु नच लेन दे॥ॐ॥

4. जमुना किनारे मेरो गाँव साँवरे आ जइयो लिरिक्स

 

जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे आ जइयो, आ जइयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे आ जइयो,
सांवरे आ जईयो, सांवरे आ जईयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे आ जइयो,॥ॐ॥

जमुना किनारें मेरी ऊँची हवेली,
मैं बृज की गोपिका नवेली,
राधा रंगीली मेरो नाम, के बंसी बजा जइयो,
सांवरे आ जईयो, साँवरे आ जईयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे आ जइयो,॥ॐ॥

मल मल के मैं तुजे नहलाऊं,
घिस घिस चंदन तिलक लगाऊँ,
पूजा करूँगी,
पूजा करूँगी सुबह शाम,
के माखन खा जइयो,
सांवरे आ जईयो, साँवरे आ जईयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे आ जइयो,॥ॐ॥

खस खस को बँगला बनवाऊं,
चुन चुन कलियाँ, सेज सजाऊं,
धीरे धीरे, धीरे धीरे दाबू मैं पाँव, के प्रेम रस पा जइयो,
सांवरे आ जईयो, साँवरे आ जईयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे आ जइयो,॥ॐ॥

5. छम छम नाचे तेरी मोरनी मोहन लिरिक्स

 

छम छम नाचे तेरी मोरनी मोहन,
तुझे मोर पंख भाये सदा काला रसियां,
इस लिए मैंने मोरनी का रूप ले लियाँ॥ॐ॥

नच नच नच मेरी मोरनी तू नच,
मीठी मुरली बजाये तेरा श्याम रसिया,
तेरे रूप ने तो मेरा तन मन मोह लिया॥ॐ॥

मोरनी के रंग ढंग काहे तुम्हे भाये है,
इसी लिए पंख तूने माथे पे सजाये है,
लेके मन में उमंग आई कान्हा तेरे संग,
तेरे बिना मेरे कान्हा लागे ना जिया,
मेरे मन में समया तू ही ब्रिज रशियन,
इसीलिए मैंने मोरनी का रूप ले लिया॥ॐ॥

मोरनी दीवानी मेरी मेरे गुण गाये है
पंखो का मुकट मेरे माथे पे सजाये है,
मेरी मोरनी दीवानी सच्ची प्रेम कहानी इसके रूप ने बैरागी मेरा मन मोह लिया,
इसका दीवाना हुआ है अब कान्हा रसियां,
तेरे रूप ने तो हाय मेरा रूप मोह लिया॥ॐ॥

बड़ी भाग्यशाली भाग्ये वां हु मोरनी,
श्याम जी की सेवा मैंने पाए मन वनवारी,
मुझे भाये श्याम रंग मेरा गोरा गोरा अंग,
मुझे रंगो अपने ही रंग श्याम पिया तेरे रूप ने तो मेरा हाय मन मोह लिया,
इसीलिए मैंने मोरनी का रूप ले लिया॥ॐ॥

नच नच नच मेरी मोरनी तू नच,
मीठी मुरली बजाये तेरा श्याम रसिया,
तेरे रूप ने तो मेरा तन मन मोह लिया॥ॐ॥

छम छम नाचे तेरी मोरनी मोहन,
तुझे मोर पंख भाये सदा काला रसियां,
इस लिए मैंने मोरनी का रूप ले लियाँ॥ॐ॥

6. छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना लिरिक्स

 

छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना
छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना
कहते लोग इसे राम का दिवाना
छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना॥ॐ॥

पाँव में घूंघरु बांध के नाचे
राम जी का नाम इसे प्यारा लागे
राम ने भी देखो इसे खुब पहचाना
छम छम नाचे देखो वीर हनुमना ॥ॐ॥

जहाँ जहाँ कीर्तन होता श्रीराम का
लगता हैं पहरा वहाँ वीर हनुमान का
राम के चरण में हैं इनका ठिकाना
छम छम नाचे देखो वीर हनुमना ॥ॐ॥

नाच नाच देखो श्रीराम को रिझाये
बनवारी देखो नाचता ही जाये
भक्तों में भक्त बडा दुनियाँ ने माना
छम छम नाचे देखो वीर हनुमना ॥ॐ॥

छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना
कहते लोग इसे राम का दिवाना
छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना॥ॐ॥

आ गयो आ गयो सावन महिनों,
आ गयो भोलेनाथ रे,
लहरा लेवें रे भोलानाथ जी,
लहरा लेवें रे भोलानाथ जी,
भोलो प्यारो रे, त्रिशूलधारी रे,
डमरू वालों रे॥ॐ॥

आ गयो सावन महिनों आ गयो भोलेनाथ रे भजन लिरिक्स

 

अरे भोलेनाथ ने ध्यावें ज्यारा,
सब दुखडा-मिट जावे रे,
कैलाशा पर्वत पे थारो बैठणो,
भोलो प्यारो रे, त्रिशूलधारी रे,
डमरू वालों रे॥ॐ॥

अरे सावन मे तो कावडिय़ा,
कावड लेवण जावे वो,
जल तो चढावें रे, भोलानाथ ने,
भोलो प्यारो रे, त्रिशूलधारी रे,
डमरू वालों रे॥ॐ॥

अरे लिखें-लिखे,रणजीत महिमा,
थाकी भोलेनाथ जी,
गावे जाटोलिया, महिमा आपकी,
भोलो प्यारो रे, त्रिशूलधारी रे,
डमरू वालों रे॥ॐ॥

आ गयो आ गयो सावन महिनों,
आ गयो भोलेनाथ रे,
लहरा लेवें रे भोलानाथ जी,
लहरा लेवें रे भोलानाथ जी,
भोलो प्यारो रे, त्रिशूलधारी रे,
डमरू वालों रे॥ॐ॥

– भजन प्रेषक –
रणजीत अजमेरी।
संपर्क – ९५७११-९५७१५

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